गढ़वाल का एक मात्र रेलवे स्टेशन, फिर भी ऐसी अनदेखी…
-रेल सेवा बढ़ाने के बजाय घटाता जा रहा रेलवे विभाग, आमजन हो रहे परेशान
-सरकार के स्तर पर भी नहीं की जा रही ठोस पहल, सिर्फ दिए जा रहे आश्वासन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : रेलवे स्टेशन कोटद्वार, गढ़वाल का एक मात्र ऐसा स्थान है जो पहाड़ को रेल सेवा से जोड़ता है। गढ़वाल समेत कोटद्वार के लाखों लोग रेल सेवा के लिए इसी स्टेशन पर निर्भर हैं, बावजूद इसके यह रेलवे स्टेशन विभाग और सरकार की अनदेखी की मार झेल रहा है। जिससे आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यदि आप ट्रेन से सफर करना चाहते हैं तो कोटद्वार रेलवे स्टेशन से आपको ज्यादा उम्मीदें नहीं लगानी चाहिए। इसके लिए आपको पहले नजीबाबाद रेलवे स्टेशन जाना पड़ेगा और फिर वहां से अन्य स्थानों के लिए सफर कर सकते हैं।
कोरोना काल से पहले कोटद्वार रेलवे स्टेशन से दो पैसेंजर समेत गढ़वाल एक्सप्रेस, मसूरी एक्सप्रेस चला करती थीं। हालांकि, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लगे लॉकडाउन के चलते रेल सेवाओं को भी बंद किया गया। धीरे-धीरे कोरोना के मामले कम हुए तो लॉकडाउन भी समाप्त हुआ और अन्य सेवाओं के साथ रेल सेवाओं को भी शुरू किया गया। जिसके तहत कोटद्वार रेलवे स्टेशन से भी ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ और वर्तमान में यहां से दो पैसेंजर व एक जनशताब्दी का ही संचालन किया जा रहा है। इन सेवाओं की बात करें तो दो पैसेंजर को सुबह 10:10 बजे व शाम 6:30 बजे कोटद्वार-नजीबाबाद के लिए संचालित किया जाता है। वहीं, जनशताब्दी सेवा को दिन में 3:50 बजे पुरानी दिल्ली के लिए संचालित किया जाता है। कोटद्वार समेत गढ़वाल की लाखों की आबादी के लिए उक्त सेवाएं ऊंट के मुंह में जीरा जैसी बात है। कोरोना के मामले कम हुए हैं तो यात्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन पर्याप्त रेल सेवा न होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार और रेलवे विभाग को समय के साथ कोटद्वार रेलवे स्टेशन की हालत सुधारनी चाहिए थी, लेकिन यहां लगातार बिगड़ते हालात चिंता का विषय हैं।
बेवजह दो घंटे खड़ी रहती है जन शताब्दी
जन शताब्दी दिल्ली से दोपहर में करीब 1:40 बजे कोटद्वार रेलवे स्टेशन पर आ जाती है। यहां करीब दो घंटे बेवजह खड़ी होने के बाद दिन में 3:50 बजे जन शताब्दी दिल्ली के लिए रवाना होती है। जिससे यह सेवा करीब साढ़े 10 बजे दिल्ली पहुंचती है। यदि यह सेवा कोटद्वार में दो घंटे खड़े न रहकर जल्दी दिल्ली के लिए निकल जाए तो यात्री भी समय से दिल्ली पहुंच जाएंगे और फिर अन्य स्थानों के लिए भी आसानी से वाहन मिल जाएंगे। स्टेशन अधीक्षक मनोज रावत का कहना है कि उच्च अधिकारियों की ओर से जन शताब्दी को दो घंटे स्टेशन पर खड़ा करने के बजाय जल्दी दिल्ली के लिए रवाना करने के संबंध में सुझाव मांगा गया है, जिस पर उन्होंने अपने सुझाव दे दिए हैं। उम्मीद है जल्द ही जन शताब्दी के समय में सुधार आएगा और यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी।
कोटद्वार रेलवे स्टेशन में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसे देखते हुए रेल सेवा बढ़ाने को लेकर उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया गया है। उम्मीद है जल्द ही कोटद्वार रेलवे स्टेशन में सेवाओं को बढ़ाया जाएगा।
मनोज रावत, स्टेशन अधीक्षक, कोटद्वार रेलवे स्टेशन