12 सूत्रीय मांग पूरी कर धरना समाप्त कराये सरकार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आशा कार्यकत्रियों ने 12 सूत्रीय मांगोें को लेकर तहसील परिसर में बुधवार को 45 वें दिन भी सरकार के खिलाफ धरना दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों की अनदेखी करने के बजाय मांगों को पूरा कर धरना समाप्त करवाना चाहिए।
संगठन की अध्यक्ष प्रभा चौधरी ने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर उनकी मांगों को नजर अंदाज कर रही है। आशाओं के कार्यबहिष्कार से क्षेत्र में लोगों को बहुत परेशानी हो रही है, इसके लिए सरकार जिम्मेदार है। सरकार आशाओं के साथ अन्याय कर रही है, स्वास्थ्य विभाग के सभी काम आशाओं से करवा रही है लेकिन मानदेय के नाम पर मात्र 2 हजार रूपये दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द 21 हजार रूपये मानदेय करने, सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सेवानिवृत्त होने पर पेंशन का प्रावधान, 10 लाख का बीमा, 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा, कोरोना काल में ड्यूटी के 10 हजार रूपये देने सहित 12 सूत्रीय मांगों पर शासनादेश जारी करें। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक कार्यबहिष्कार जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष प्रभा चौधरी, उपाध्यक्ष मीरा नेगी, सचिव रंजना कोटनाला, नीलम कुकरेती, उषा चौहान, रीता, कल्पना, धनेश्वरी, भागीरथी, सुमित्रा पंत, ऊषा देवी, इंदू, संजू नेगी, सुनीता, गीता जदली, प्रर्मिला देवी, कल्पना काला, संजू रावत, उषा, मिनाक्षी, रोशनी जदली, कुसुम, मेघा असवाल, पूनम डोभाल, मंजू नेगी, सुनीता रावत, सुमन राठौर, हेमलता चौहान, मीना, प्रवेश, आशा ढौंडियाल, सीमा, मुन्नी देवी, गीता, संगीता, विमला जोशी, ज्योति रावत शामिल थे।