पिथौरागढ़ में गुरिल्लाओं ने भरी हुंकार, किया प्रदर्शन
पिथौरागढ़। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर गुरिल्ला संगठन ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुरिल्लाओं का कहना है कि प्रदेश सरकार नैनीताल हाईकोर्ट के फैसले को नहीं मान रही है। अगर सरकार जल्द गुरिल्लाओं को नौकरी व अन्य समस्याओं का निराकरण नहीं करती है तो वह पूरे प्रदेश में गुरिल्लाओं को एकत्र कर आंदोलन करेंगे। अन्य राज्यों के गुरिल्लाओं के साथ बैठक कर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। शुक्रवार को गुरिल्ला संगठन के अध्यक्ष सुरेंद्र राम के नेतृत्व में गुरिल्लाओं ने नैनीताल हाईकोर्ट के फैसले को लागू न करने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा कि 2006 से अभी तक वह तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। मणिपुर में 60 वर्ष से अधिक उम्र के गुरिल्लों को 19 हजार से अधिक पेंशन दी जा रही है। नैतीताल हाईकोर्ट ने मणिपुर की तर्ज पर नौकरी व पेंशन को लेकर प्रदेश सरकार को निर्देश दिया था पर कई साल बीतने के बाद सरकार गुरिल्लों के हक में फैसले नहीं ले रही है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद सत्यापन की कार्रवाई की गई है। अगर सरकार जल्द नौकरी,पेंशन व अन्य मांगों पर कार्रवाई नहीं करती है तो वह पहले प्रदेश में आंदोलन करेंगे। मांगों पर कार्रवाई न होने पर अन्य राज्यों के गुरिल्लों के साथ बैठक कर आगे उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। उपाध्यक्ष चंद्रमोहन खड़ायत, महामंत्री भुवन सिंह बोहरा, चंद्र राम, दलीप सिंह, हेम चंद्र पाटनी, उमा पाण्डेय, हरी राम, भुपेंद्र राम, शेर सिंह रावत, उमा पाण्डे, प्रेम राम, भुवन चंद्र कोठ्यारी, नारायण चंद, रमेश सिंह, दलीप सिंह, सोबन राम, उमेद नाथ, होशियार सिंह, हरीश जोशी, हरीराम, नाथू सिंह आदि रहे।