उत्तराखंड

उद्यान विभाग टिहरी के किसानों को शीतकालीन फलदार पौधे देगा

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नई टिहरी)। उद्यान विभाग टिहरी बागवानी के क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के हेतु विभिन्न प्रकार के शीतकालीन फलदार फलों के पौधों का वितरण करेगा। जिसके तहत कीवी, सेब, नाशपाती, आडू, पूलम, अखरोट, खुमानी के पौधों को किसानों को दिए जाने की योजना है,ताकि किसान आत्मनिर्भर बन सके। विभाग कलस्टरवाइज फलोत्पादन पर विशेष फोकस किए हुए है। जिला उद्यान अधिकारी आरएस वर्मा ने बताया कि षि आधारित विभागों के माध्यम से सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। इन दिनों शीतकालीन मौसमी फल के पौधों की वितरण योजना संचालित की जा रही है। जिला योजना और केंद्र पोषित योजना के तहत किसानों को भविष्य में विभिन्न प्रजाति के फलों के उत्पादन हेतु तैयार करना है। बताया इस वर्ष जिले में 20 हेक्टेयर भूमि पर कीवी की पौध लगाने,10 हेक्टेयर में सेब और आडू तथा 5 हेक्टेयर भूमि नाशपाती के लिए चयनित की जा रही है। जिला योजना के तहत 20 लाख की धनराशि से किसानों को उक्त प्रजाति फलों के पौध दिए जाएंगे। किसानों की ओर से पौधों की ओर मांग की जाती है, तो राज्य सेक्टर से मुख्यमंत्री एकीत बागवानी विकास योजना में कीवी, पूलम, अखरोट, सेब, आडू, नाशपाती, खुमानी के पौधे को 50 प्रतिशत सब्सिडी दिया जाऐगा। डीएचओ ने बताया कि कीवी के एक पौधे की नर्सरी में 275 कीमत है। सेब की विभिन्न प्रजाति की कीमत 80 रुपये से शुरू होकर 480 रुपये तक है। कस्तकारों को कीटनाशक, षि और बागवानी यंत्र भी इस योजना के तहत सब्सिडी पर दिये जाऐंगे। साथ ही अदरक, हल्दी, काली हल्दी, मसाला फसलों को भी योजना में शामिल किया गया है। बताया विभाग कलस्टरवाइज फलोत्पादन पर विशेष फोकस किए हुए है। ऊंचाई वाले स्थानों पर कीवी और सेब उत्पादन के लिए किसान समूह बनाकर बागवानी कर सकते हैं। किसान पौध के लिए अपने क्षेत्र के उद्यान सचल दल से संपर्क करें। कहा विभाग पौध वितरण के साथ उन्हें तकनीकी सहयोग देगा। उन्होंने जिले के कस्तकारों से उक्त योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने को कहा है।

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