कोटद्वार-पौड़ी

डांडा नागराजा मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

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मेले में राधा-कृष्ण, शिव पार्वती की झांकियां रही आकर्षण का केंद्र
मन्दिर का नव निर्मित सात मुखी शेषनाग का द्वार रहा आकर्षण का केंद्र
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : पौड़ी जनपद प्रसिद्ध नागराजा मंदिर में आयोजित मेले में राधा-कृष्ण की झांकी एवं शिव पार्वती का नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। पौड़ी जिले के प्रसिद्ध डांडा नागराजा मंदिर में आयोजित मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मेले में गत वर्षों की भांति मुकेश कठैत और मनीष लखेड़ा शिवांगी शर्मा द्वारा एक से एक भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। मंदिर परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
मेले में राधा कृष्ण की झांकी और शिव पार्वती की नृत्य आकर्षण का केंद्र रही। मेले में आस्था ने श्रद्धालुओ को दिल्ल,ी कोटद्वार, पौड़ी, सतपुली, ऋषिकेश, श्रीनगर से भारी संख्या में श्रद्धालु मेले में पहुंचे मंदिर परिसर भगवान शेषनाग का सात मुखी स्वागत द्वार सबको आकर्षण कर रहा है। इस मौके पर स्वागत द्वार का भी विधिवत लोकार्पण किया गया। यह सात मुखी शेषनाग द्वार का निर्माण प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष एवं ग्राम प्रधान धनाऊ कमल रावत और उनके मित्र देवेंद्र सिंह रावत ने करवाया है। मंदिर वर्षों की भांति लसेरा गांव के ग्रामीणों ने नागराज का निशान ध्वज ढोल धमाऊ के साथ मंदिर पहुंचकर स्थापित किया। मेला परिसर में लोक गायक मुकेश कठेत ने श्री गणेश वंदना से भजन संध्या का शुभारंभ किया। उसके बाद मुकेश कठेत ने दैणा होया डांडा का नागराजा, नरेंद्र असवालने हवेली नारायणा, शिवांगी शर्मा व मनीष लखेड़ा ने शंभू भोलेनाथ और बंसी बजे दिया कृष्णा भगवाना आदि भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। मुकेश कठेत ने पांडव खेलो पासा आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी। ज्ञात हो कि मुकेश पटेल विगत 11 वर्षों से निरंतर मेले में अपनी टीम के साथ भजन संध्या की प्रस्तुति दे रहे हैं। विशाल एवं पूजा द्वारा शिव-पार्वत, राधा-कृष्ण भगवान की आकर्षक झांकियां भी प्रस्तुत की। मेले में मुख्य अतिथि हंस फाउंडेशन के प्रदेश प्रभारी पदमेंद्र बिष्ट, पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, जिला पंचायत सदस्य मुकेश बिष्ट, मंदिर समिति के संरक्षक एवं डांडा नागराजा धर्म क्षेत्र के अध्यक्ष सुभाष देशवाल ने मेले और मठ मंदिरों के संरक्षण को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि समय-समय पर मेलों का आयोजन होने से हमारी संस्कृति जीवित बची रहती है। मंदिर समिति के अध्यक्ष कमलेश चमोली, उपाध्यक्ष उपेंद्र भट्ट सचिव राजेन्द्र बिजल्वाण, कोषाध्यक्ष मुकेश बिष्ट, सह सचिव सुमनपाल सिंह, राम सिंह रावत, देवेन्द्र कुकरेती, बिरेंद्र सिंह रावत, गजेन्द्र चमोली, गुमान सिंह रावत, नत्थी सिंह रावत, पृथ्वीपाल सिंह लिंगवाल, पुजारी किशोर देशवाल, विनोद देशवाल, गणेश देशवाल, देवेंदर कुकरेती, शशीकान्त चमोली, सुुभाष देशवाल, विरेन्द्र प्रसाद भट्ट आदि मौजूद रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था में नायब तहसीलदार हरेंद्र सिंह खत्री, राजस्व उपनिरीक्षक हेमंदर प्रकाश, मनोज कुमार, धजबीर चौहान, थाना अध्यक्ष देवप्रयाग सुनील पंवार अपनी पुलिस टीम के साथ मेला सुरक्षा व्यवस्था में तैनात थे।

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