उत्तराखंड

जोशीमठ प्रभावितों की मांगें नहीं मानीं तो 27 को चक्का जाम

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चमोली। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का धरना 94वें दिन भी तहसील परिसर में जारी रहा। तहसील में धरना दे रहे लोगों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा प्रभावितों की सुध नहीं ले रही है। क्षतिग्रस्त भवनों का मुआवजा भी अब काफी धीमी गति से बांटा जा रहा है। संघर्ष समिति ने एसडीएम कार्यालय के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर कहा कि यदि 26 अप्रैल तक प्रभावितों की मांगें नहीं मानी गई तो बदरीनाथ के कपाट खुलते दिन 27 अप्रैल को नगर में चक्का जाम किया जाएगा। संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने बताया कि भेजे ज्ञापन के माध्यम से संघर्ष समिति ने पूरे नगर क्षेत्र को आपदा प्रभावित घोषित करने, सरकार द्वारा गठित 8 वैज्ञानिक टीमों से करवाए गए सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक करने, वर्ष 2010 में एनटीपीसी ने जो नगर वासियों के साथ समझौता किया था उसे लागू करने, बाईपास निर्माण को स्थाई रूप से बंद करने, लोगों का स्थाई पुनर्वास करने, मुआवजा जल्द लोगों को देने समेत अन्य मांग की है। यदि लोगों की मांगें पूरी नहीं हुई तो 27 अप्रैल को चक्का जाम किया जायेगा। शुक्रवार को तहसील में धरना देने वालों में अतुल सती, कमल रतूडी, रोहित परमार, मीना डिमरी, संजय सती , मौ़ समीम आदि रहे।

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