रामनगर में किसानों ने कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत को दिखाए काले झंडे, बोले-भाजपा नेताओं को गांव में नहीं घुसने देंगे
रामनगर। किसान कानून के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। कानून रद्द करने की मांग को लेकर किसान जगह-जगह भाजपा नेता और मंत्रियों का विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को किसानों के विरोध का सामना रामनगर पहुंचे कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत को करना पड़ गया। इस दौरानों ने केवल काले झंडे दिखाए बल्कि कैबिनेट मंत्री वापस जाओ के नारे भी लगाए। प्रदर्शकारियों को संभालने में पुलिस के पसीने टूट गए।
कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत बेलपोखरा में सड़क का शिलान्यास करने के साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित करने वाले थे। जैसे ही बैलपोखरा में भगत का काफिला पहुँचा वहां अचानक से आंदोलनकारी किसान जबरदस्त नारेबाजी करने के साथ काले झंडे दिखाते हुए उनकी कार के आगे जमा होकर नारेबाजी करने लगे। अचानक हुए इस विरोध-प्रदर्शन को देख भगत की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के भी हाथ पैर फूल गए। गुस्साए किसानों ने कहा की अगर किसानों पर थोपा गया बिल वापस नहीं होता तो है विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस कर्मियों ने बामुश्किल उनकी कार को किसानों के बीच से निकाला। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन टीकैट के मनीष आर्य, आमिर कंबोज, दीवान कटारिया, रमनदीप संधू,पीयूष बिष्ट, हरमन कलार, लखजीत भुल्लर, सोनू थिंड, गुरभेज सिंह, दयाल पन्नू, गुरदेव लाहोरिया, आज्ञाकार सिंह समेत काले झंडे लेकर कई किसान मौजूद रहे ।