महाराज अग्रसेन के नाम पर हो पार्क
अग्रसेन जयंती पर आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। महाराजा अग्रसेन की 145 वी जयंती पर अभिभावक शिक्षक संघ की ओर स महाराजा अग्रसेन को याद किया गया। इस दौरान सदस्यों ने सिद्धबली के समीप स्थित पार्क का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखने की मांग उठाई।
गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार के अभिभावक संघ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नागरिक संगठन के कोषाध्यक्ष महेन्द्र कुमार अग्रवाल ने महाराज अग्रसेन की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया । संघ के अध्यक्ष कहां कि भारतवर्ष की इस पावन धरती पर एक ऐसे महामानव का जन्म हुआ था, जिसने समूची मानवता को सर्वप्रथम समाजवाद का पाढ पढाया। अग्रसेन ने विश्व में सर्व प्रथम अपने ढंग की अनोखी प्रजातंत्रीय प्रणाली का शुभभारम्भ किया था। उनके राज्य में कोई गरीब आकर बसता था तो उसे एक ईं्रट वा एक रुपये प्रत्येक परिवार से दिलाया जाता था। उन्होंने 108 वर्षों तक निर्विधान शासन किया। कहा कि उनके राज्य में सभी जातियों एंव धर्मो के लगभग एक लाख से ज्यादा परिवार रहते थे, सबको अपना धर्मपालन व उपासना करने की पूर्ण स्वतन्त्रता थी ,ऊंच निच व जाति पाती कोई भेंद भाव नही था। राज्य में न बेकारी थी और न ही बेरोजगारी। अग्रवाल ने कहां की महाराजा अग्रसेन ने पशुबली पर रोक लगाई। कहा कि मध्यप्रदेश शासन ने उनसे प्रेरणा लेकर राज्य र्माग नं. 27 इन्दौर से उज्जेन का नाम भी अग्रसेन मार्ग किया। हिसार से दिल्ली राष्ट्रीय राजर्माग का नाम भी महाराज अग्रसेन के नाम पर रखा गया है। कहा कि महाराज अग्रसेन के सम्मान में भारत सरकार ने 24 सितंम्बर 1976 को उनकी जयन्ती पर विशेष डाक टिकट जारी किया। शिक्षक संघ ने उत्तराखंड सरकार से मांग की है कि महाराजा अग्रसेन जयंती पर स्वेच्छिक अवकाश के बजाय सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। कहा कि उत्तराखंड के वन एंव पर्यावरण तथा ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत से मार्च 2018 में वैश्य अग्रवाल सभा के सम्मान समारोह में घोषणा की थी कि की श्री सिद्वबली र्मंदर के समीप वन विभाग के पार्क को महाराजा अग्रसेन पार्क के नाम पर किया जायेगा, लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।