अतिक्रमण हटाने के नाम पर केवल खानापूर्ति, सड़क पर सजी दुकानें
अतिक्र मण हटाने के नाम पर केवल रेहड़ी-ठेली तक सिमटा अभियान
बड़े व्यापारियों ने सड़क किनारे नाली के बाहर तक सजाई हैं दुकानें
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भले सरकारी सिस्टम शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के दावे करता हो। लेकिन, हकीकत यह है कि अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम व पुलिस को केवल रेहड़ी-ठेली वाले ही नजर आते हैं। जबकि, अधिकांश बड़े व्यापारियों ने सड़क किनारे नाली के बाहर तक अपनी दुकानें सजाई हुई हैं। सबसे बुरी स्थिति स्टेशन रोड पर बनी हुई है। अतिक्रमण के कारण सड़क पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में अतिक्रमण नासूर बनता जा रहा है। अभियान के नाम पर नगर निगम व पुलिस केवल रेहड़ी-ठेलियों तक ही सिमटकर रह गई है। सड़क किनारे नाली के बाहर तक सजी बड़े व्यापारियों की दुकानों को देखने के बाद भी सरकारी सिस्टम कार्रवाई नहीं करता। नतीजा इस अतिक्रमण के कारण शहर की यातायात व्यवस्था लगातार बेपटरी होती जा रही है। सबसे बुरी स्थिति स्टेशन रोड में बनी रहती है। अतिक्रमण के कारण घंटों यात्री वाहन जाम में फंसे रहते हैं। नजीबाबाद रोड निवासी राकेश शर्मा, मोहन नेगी ने बताया कि स्टेशन रोड के जाम में फंसे वाहन चालक यदि व्यापारियों से सामान हटाने को कहते हैं तो वह लड़ने को तैयार हो जाते हैं। पूर्व में क्षेत्रवासी जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष समस्या को रख चुके हैं। लेकिन, आश्वासन के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
धूप में रूला रहा जाम
अतिक्रमण के कारण शहर में यातायात व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। स्टेशन रोड, देवी रोड, गंगादत्त जोशी मार्ग, देवी रोड में जाम की स्थिति बनी रहती है। दोपहिया वाहन चालकों को घंटों धूप में खड़े रहकर जाम खुलने का इंतजार करना पड़ता है। क्षेत्रवासियों ने पुलिस व नगर निगम से अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती से अभियान चलाने की मांग की है।