यूक्रेन में लड़ाई बढ़ने पर भारत ने चिंता जताई, कहा- टकराव घटाने की कोशिशों का समर्थन करने को तैयार
मुंबई, एजेंसी। यूक्रेन में संघर्ष बढ़ने पर भारत ने चिंता जताई है। भारत का कहना है कि वह तनाव घटाने के सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है। विदेश मंत्रालय (थ्वतमपहद डपदपेजतल) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (।तपदकंउ ठंहबीप) ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन में संघर्ष के बढ़ने पर भारत बेहद चिंतित है। भारत डी-एस्केलेशन की कोशिशों का समर्थन करने के लिए तैयार है। भारतीय विदेश मंत्रालय (थ्वतमपहद डपदपेजतल) का यह बयान ऐसे वक्घ्त में सामने आया है जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया को जोड़ने वाले पुल पर हमले का बदला लेने की घोषणा की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (प्दकपंद वितमपहद उपदपेजतलेचवामेचमतेवद ।तपदकंउ ठंहबीप) ने अपने बयान में कहा कि हम दोहरा रहे हैं कि शत्रुता को बढ़ाना किसी के हित में नहीं है। हम दोनों पक्षों से शत्रुता खत्घ्म करने और कूटनीति एवं बातचीत के रास्ते पर लौटने की गुजारिश करते हैं। सनद रहे एससीओ सम्घ्मेलन में भाग लेने गए प्रधानमंत्री नरेन्घ्द्र मोदी (च्ड टंतमदकतं डवकप) ने रूसी राष्घ्ट्रपति व्घ्लादिमीर पुतिन ने द्विपक्षीय बातचीत में कहा था कि यह युद्घ का युग नहीं है।
मालूम हो कि रूस ने सोमवार को यूक्रेन के कई शहरों में क्रूज मिसाइलें दागीं। इन हमलों में कई नागरिकों की मौत हो गई जबकि कई अन्घ्य घायल हैं। हमलों के चलते बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार रोस्तिस्लाव स्मिरनोव ने कहा कि कीव में हुए हमलों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई जबकि 24 अन्य घायल हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि रूस पृथ्वी से यूक्रेन का नामो-निशान मिटाने की कोशिश कर रहा है।
खारकीव में तीन बार हमले हुए। खारकीव के मेयर इहोर तेरेखोव ने बताया कि इन हमलों से विद्युत एवं जलापूर्ति बाधित हो गई। इससे पहले कीव में जून के महीने में हमला हुआ था। पूर्व के हमलों में कीव के बाहरी इलाकों को निशाना बनाया गया था। इस बार शहर के बीचों-बीच हमला किया गया है। इसके अलाव लवीव, तेरनोपिल, जितोमिर, खमेलनित्सकी और क्रोपिव्नित्स्की समेत कई अन्य हिस्घ्सों में हमले हुए हैं। गौर करने वाली बात यह कि दोनों ही मुल्घ्कों के बीज जारी लड़ाई के आठ महीने पूरे होने वाले हैं।