जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव में बनेगा भारत का पहला पशुपति नाथ मंदिर
द्वारीखाल के सैंण (बिरमोली) गांव में स्थापित की जाएगी प्रथम सीडीएस की भव्य प्रतिमा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के पैतृक गांव सैंण (बिरमोली) में भारत का पहला पशुपति नाथ मंदिर बनाया जा रहा है। साथ ही गांव में जनरल बिपिन रावत की भव्य प्रतिमा भी स्थापित होगी। आज गांव में होने वाले एक भव्य कार्यक्रम में मंदिर व मूर्ति स्थापना का भूमि पूजन किया जाएगा।
डा. हरिवंशराय बच्चन प्रबोधन प्रतिष्ठान की ओर से द्वारीखाल ब्लाक के अंतर्गत सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पैतृक गांव सैंण (बिरमोली) गोद लिया गया है। संस्थान पिछले कई वर्षों से गांव में लगातार विकास कार्य करवा रहा है। प्रतिष्ठान के संस्थापक निवृत्ती तुकाराम यादव ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य जनरल बिपिन रावत के गांव को मुख्य धरोहर में शामिल करवाना है। कहा कि जनरल बिपिन रावत के पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत नेपाल की बहादुर गोरखा राइफल्स रेजिमेंट में थे। उन्ही की स्मृति को संरक्षित करने के लिए काठमांडू नेपाल से पशुपति क्षेत्र विकास कोष द्वारा सैंण (बिरमोली) गांव में पशुपति नाथ मंदिर बनाने की अनुमति मिली है। कहा कि शास्त्रों के अनुसार, उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के बाद पशुपति नाथ की यात्रा करना भी आवश्यक है। ऐसे में अब श्रद्धालुओं को सीडीएस के गांव में पशुपति नाथ के दर्शन करने का मौका मिलेगा। गुरुवार को सीडीएस के गांव में भव्य कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया है। जिसमें मंदिर व मूर्ति स्थापना के भूमि पूजन के साथ ही कई अन्य योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी किया जाना है। कार्यक्रम में विशेष मुख्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे।