मछली पालन को बढ़ावा देने को दी जा रही सुविधाओं की दी जानकारी
काशीपुर। मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों ने मछली पालकों और किसानों को मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। मछली पालकों ने उत्पादक मछलियों के लिए बाजार की समस्याएं बताईं। सोमवार को विश्व मत्स्य पालन दिवस पर षि विज्ञान केंद्र में मछली पालकों और मत्स्य अधिकारियों की गोष्ठी का आयोजन किया। षि विज्ञान केंद्र प्रभारी ड़ जितेंद्र क्वात्रा ने कहा कि आजादी के बाद देश में गंभीर खाद्यान्न संकट था। तब सरकार ने विदेशों से जल्दी तैयार होने वाली मछलियों की प्रजातियों को मंगाया और देशभर में उत्पादन कराया। सहायक निदेशक मत्स्य पालन संजय छिमवाल ने कहा कि सरकार मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में अनुसूचित जाति जनजाति व सामान्य वर्ग के लोगों को मछली पालन के तालाबों के क्षेत्रफल के हिसाब सेाण और अनुदान योजनाएं हैं। यूएस नगर मत्स्य पालन में अग्रणीय जिला है। मत्स्य पालन अधिकारी ड़ एसके शर्मा ने बताया कि काशीपुर-बाजपुर क्षेत्र में मछली पालन का कारोबार अच्छा चल रहा है। षि विज्ञान केंद्र के अधिकारी, वैज्ञानिक मछली पालकों को समय-समय पर मार्गदर्शन देते हैं। प्रमुख मछली पालक रूपम ने बताया कि सरकार मछली पालन को तो बढ़ावा दे रही है, लेकिन साल में अधिकांश महीने मछलियों के सही दाम नहीं मिलता है। इस दौरान रविंद्र कुमार, संजीव कुमार, विकास कुमार, राजीव प्रियादर्शी, अवनीश कुमार, एनएसी के पूर्व चेयरमैन वीके गौड़, ड़ प्रभा सिंह आदि मौजूद रहे।