जल संस्थान व जलकल कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखण्ड जल संस्थान कर्मचारी यूनियन ने जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता, जलकल अभियन्ता, सहायक अभियन्ता कार्यालय में स्थित सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरा लगवाने, निरन्तर नलकूपों में आ रही खराबी एवं टैंकरों द्वारा की जा रही जलापूर्ति वित्तीय वर्ष 2018-19 और 2019-20 पर होने वाले व्यय की जांच कराने की मांग की है। यूनियन के पदाधिकारियों ने जल संस्थान कोटद्वार के अधिशासी अभियन्ता को ज्ञापन सौंपकर 11 सूत्रीय मांगों पर कार्यवाही न होने पर 19 अक्टूबर को एक दिवसीय धरना देने की चेतावनी दी है।
यूनियन के कोटद्वार शाखा अध्यक्ष आलोक माहेश्वरी ने कहा कि अधिशासी अभियन्ता कार्यालय व जलकल कार्यालय में कनिष्ठ अभियन्ता से सम्बन्धित पत्र को कार्यालय में कार्यरत लिपिक रिसीव करने से इंकार करते है। इसलिए कनिष्ठ अभियन्ता से सम्बन्धित लिपिक की व्यवस्था हर इकाई में की जाय। समस्त सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ अभियन्ता अपने-अपने उपखंड/इकाई कार्यालय में रहना सुनिश्चित किया जाय, ताकि जनता एवं कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर हो सके। उन्होंने कहा कि कोटद्वार डिवीजन के अंतर्गत तकनीकी योग्यता धारक पम्प चालक सरप्लस होने के बावजूद भी पांच किलोमीटर पम्प का संचालन ठेकेदारी के माध्यम से कराया जा रहा है। पम्प का संचालन विभागीय पम्प चालकों से कराया जाना चाहिए। उन्होंने सुभाष बड़थ्वाल पंप चालक रिगड्डी पेयजल योजना जलकल का जनवरी व फरवरी 2019 का वेतन आहरण करने, चौकीदार नारायण सिंह का बार-बार स्थानान्तरण न करने, मार्च 2019 से रूके हुए जून 2020 तक के अतिरिक्त कार्य का भुगतान करने, कर्मचारियों को वर्दी देने की मांग की है। साथ ही शासन से जल निगम व जल संस्थान के एकीकरण अविलम्ब करते हुए वरिष्ठता सूची जारी करने की भी मांग की।