जोशीमठ औली रोपवे के किराये में नगर निवासियों को मिले टूट
चमोली। जोशीमठ से औली तक पौने चार किमी लंबी रोपवे के किराये में जोशीमठ नगर वासियों को टूट देने की जनप्रतिनिधियों ने मांग की है। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री को ज्ञापन देकर कहा कि अन्तरराष्ट्रीय विन्टर डेस्टिनेशन एवं स्कीइंग केन्द्र औली में प्रतिवर्ष हजारों की तादात में सैलानी आते हैं। जिनमें से अधिकांश रोपवे से ही औली पहुंचकर यहां की हसीन वादियों का लुत्फ उठाते हैं। लेकिन टिकट किराये में अधिकता के कारण स्थानीय लोग रोपवे की सैर करने से वंचित रह रहे हैं। स्थानीय लोगों ने सभासद अमित सती की अध्यक्षता में एसडीएम जोशीमठ के माध्यम से सीएम एवं पर्यटन मंत्री को ज्ञापन देकर कहा कि 90 के दशक में जब रोपवे का निर्माण हुआ तो लोगों ने औने पौने दामों में अपनी कास्तकारी भूमि रोपवे के टावर लगाने के लिए दी। उसके बाद आज तक लोगों के द्वारा अपने उन नाम भूमि में मकान आदि का निर्माण नहीं किया गया है जिस भूमि के ऊपर से रोपवे के तार गुजरते हैं ताकि सरकार को रोपवे की मरम्मत करने में परेशानी न हो। कहा कि सैकड़ों नाली भूमि इस कारण से अनउपयोगी हो गई है। बावजूद स्थानीय लोगों से भी पर्यटकों के समान ही किराया लिया जाना ठीक नहीं है। शिष्ठमंडल ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार से जोशीमठ नगर के वासिंदों से तय किराये का मात्र 25 प्रतिशत लिए जाने की मांग की। ज्ञापन पर सभासद अमित सती, समीर डिमरी, पंकज रावत, अशोक शाह, संजय सिंह, संतोष पंवार आदि के हस्ताक्षर हैं।