उत्तराखंड

केदारनाथ पैदल मार्ग खुला, आवाजाही शुरू

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रुद्रप्रयाग। बीते लम्बे समय की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार शुक्रवार को डीडीएमए लोनिवि के मजदूरों ने केदारनाथ पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू करा दी। भैरव और कुबेर गदेरे में बर्फ काटकर डेढ़ मीटर रास्ता तैयार कर दिया गया है। सुबह कई घोड़े-खच्चर सामान लेकर गौरीकुंड से केदारनाथ धाम पहुंचे। इधर, पैदल मार्ग खुलने से प्रशासन और यात्रा से जुड़े विभागीय अफसरों ने राहत की सांस ली।
केदारनाथ यात्रा तैयारियों को लेकर सबसे बड़ी जिम्मेदारी डीडीएमए लोनिवि की रहती है। पैदल मार्ग को खोलना विभाग के सामने हमेशा चुनौती रहा है। इस बार 20 फरवरी से डीडीएमए के मजदूरों ने केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का काम शुरू किया। दो बार मार्ग को आवाजाही के लिए खोल दिया गया था, किंतु मौसम लगातार परेशानियां पैदा करता रहा। पहली बार 19 मार्च को मार्ग बर्फबारी के कारण बंद हो गया। लोनिवि ने मार्ग खोला तो फिर से बर्फबारी हुई और पैदल मार्ग 29 मार्च को बंद हो गया। भैरव गदेरे में ऊपरी क्षेत्र से ग्लेशियर टूटकर आई बर्फ ने पैदल मार्ग को अवरुद्घ किया। लगातार कड़ी मशक्कत में जुटे लोनिवि के मजदूरों ने शुक्रवार 7 अप्रैल को मार्ग आवाजाही के लिए खोल दिया। डीडीएमए लोनिवि के ईई प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि शुक्रवार को भैरव और कुबेर गदेरे में डेढ मीटर रास्ता बनाकर आवाजाही शुरू करा दी गई है। सुबह एक दर्जन घोड़े-खच्चर सामान लेकर केदारनाथ गए। जबकि मार्ग को और चौड़ा किया जा रहा है। अब गौरीकुंड से केदारनाथ तक आवाजाही होने लगी है।
डीएम आज करेंगे केदारनाथ धाम का निरीक्षण
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित शनिवार को केदारनाथ पैदल मार्ग और धाम का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान बीकेटीसी के साथ ही यात्रा से जुड़े विभागीय अफसर उनके साथ मौजूद रहेंगे। आगामी 25 अप्रैल से शुरू हो रही केदारनाथ धाम की यात्रा को देखते हुए जिलाधिकारी का यह निरीक्षण काफी महत्वपूर्ण है। इसके बाद यात्रा तैयारियों के लिए महज 17 दिन ही शेष रह जाएंगे। ऐसे में अब युद्घ स्तर पर तैयारियां की जानी हैं। हालांकि जिलाधिकारी का यह निरीक्षण पहले ही हो जाना था किंतु अधिक बर्फबारी और मौसम खराब होने के चलते पैदल मार्ग बंद होने से केदारनाथ पहुंचना कठिन था। अब, डीएम के निरीक्षण के साथ ही लिंचौली से केदारधाम तक यात्रा तैयारियों ने तेजी पकड़ ली है।

 

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