उत्तराखंड

निजीकरण के विरोध में उतरे केएमवीएन कर्मी

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नैनीताल। संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊं मंडल विकास निगम की बैठक में गेस्ट हाउस को निजी हाथों में सौंपने की तैयारियों का विरोध किया गया। निगम प्रबंधन ने पूर्व में किए गए समझौतों को लागू करने की भी मांग उठाई गई। ऐसा न होने पर दोबरा से आंदोलन की चेतावनी दी गई। नैनीताल में रविवार को संयुक्त कर्मचारी महासंघ की बैठक अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी की अध्यक्षता संपन्न हुई। अध्यक्ष ने कहा कि सरकार शासन स्तर पर हुए समझौते को दो माह बीतने के बाद भी लागू नहीं कर रही है। इससे कर्मचारियों का मनोबल टूट रहा है। उन्होंने कहा कि तीन जुलाई को निगम मुख्यालय नैनीताल में निगम के प्रबंध निदेशक ड़ संदीप तिवारी से निगम के संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध में चर्चा की जाएगी। साथ ही निगम के कुछ आवास गृह को निजी हाथों में दिए जाने की तैयारी की जा रही है। जिसका महासंघ पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह निगम के माध्यम से ही आवास गृह का संचालन करे। जिससे कि निगम की आमदनी में बढ़ोतरी होगी। कहा कि किसी भी आवास गृह को पीपीपी मोड में नहीं देने दिया जाएगा। महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कंचन चंदोला ने कहा कि कर्मचारी निगम को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसके बावजूद उनकी मेहनत को कम आंका जा रहा है। चेताया कि यदि कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान न हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। बैठक में पीतांबर दुमका, रमेश कपकोटी, गौतम कुमार, कैलाश, महेंद्र कुमार, जतिन कुमार, निखिलेश बिष्ट, विनोद तिवारी, दरपान रौतेला, कुंदन लाल, वेद प्रकाश, नरेंद्र थापा, हरीश कांडपाल, नीता आर्य, जानकी आर्य, संदीप सहाय, गंगोत्री, महेश कुमार सहित विभिन्न जनपदों से आए संविदा कर्मचारी उपस्थित रहे।

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