कोटद्वार की खोह नदी में चल रहे अवैध खनन पर सख्त हुए एसडीएम ने कराए रास्ते बंद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने प्रभारी तहसीलदार विकास अवस्थी सहित राजस्व विभाग की टीम के साथ खोह नदी में छापेमारी की। अचानक हुई छापेमारी से अवैध खनन कारियों में हड़कंप मच गया। टीम ने नदी से उपखनिज को टै्रक्टर से चोरी करने के सभी रास्तों को ध्वस्त कर दिया है।
बता दें कि खोह नदी में दिन-रात धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा है। पूर्व में खनन माफिया रात के समय ही टै्रक्टर से नदी से रेत, बजरी, पत्थर चोरी करते थे, लेकिन काफी समय से खनन माफियाओं अवैध खनन का एक नया तरीका निकाला है, दिन में मजदूरों से रेत, बजरी एकत्रित कराई जाती है और रात के समय चोरी की जाती है। खोह नदी में दिन भर मजदूर इस काम में लगे रहते है। इन मजदूरों ने नदी में कई फीट गहरे गड्ढे खोद दिये है। रात के समय नदी से उपखनिज चोरी होने के कारण नदी किनारे रहने वाले चैन से सो भी नहीं पाते है। स्थानीय लोग पिछले काफी समय से प्रशासन से शिकायत भी कर रहे है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद है।
शनिवार को उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने प्रभारी तहसीलदार विकास अवस्थी सहित राजस्व विभाग की टीम के साथ अचानक खोह नदी में छापेमारी की। टीम को देखकर खनन कार्य में लगे मजदूर वहां से भागने लगे। इस दौरान टीम ने कुछ लोगों को पकड़ा भी। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि खोह नदी में छापेमारी की गर्ई इस दौरान पाया गया कि नदी किनारे रहने वाले बस्ती के लोग दिन में रेत, बजरी का ढेर लगाते है और रात के समय टै्रक्टर से चोरी किया जाता है। उन्होंने बताया कि पुलिस नदी किनारे रहने वाले सभी लोगों का सत्यापन करेगी। टै्रक्टर से चोरी करने वाले सभी रास्तों को ध्वस्त कर दिया गया है। पकड़े गये संलिप्त व्यक्तियों से ही रेत, बजरी के बनाये गये ढेर को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि अवैध खनन के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है।