कोटद्वार-पौड़ी

कोटद्वार में धूमधाम से मनाया इगास पर्व, पारम्परिक व्यंजन वितरित किए

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड की संस्कृति के संरक्षण और रिवर्स पलायन को बढ़ावा देने के लिए लुप्तप्राय लोकपर्व इगास को पारम्परिक रूप से मनाने का आह्वान किया है। कोटद्वार में आधारशिला फाउंडेशन द्वारा कोटद्वार में राज्यसभा सांसद बलूनी के आह्वान पर पारम्परिक लोकपर्व इगास को हर्षोल्लास से मनाया गया। कोटद्वार के झंडाचौक में विभिन्न सामाजिक संगठनों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने चीड़ की लकड़ी से पारम्परिक खेल खेला और ढोल दमाऊ की थाप पर जमकर नृत्य किया।
कार्यक्रम में महिलाओं ने घर में बने स्वाले, पकोड़ियां, अरसे आदि का वितरण कर पारम्परिक रूप से इगास मनाया। आधारशिला फाउंडेशन के संरक्षक राज गौरव नौटियाल ने बताया कि पलायन और पाश्चात्य संस्कृति के कुप्रभावों के चलते उत्तराखंड के इगास बग्वाल जैसे लोकपर्व लुप्त होते जा रहे हैं। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के आह्वान पर बुधवार को कोटद्वार में भव्य और पारम्परिक रूप से हर्षोल्लास के साथ इगास मनाई गई। उन्होंने कहा कि सांसद बलूनी की मुहिम का व्यापक असर देखने को मिल रहा है, उत्तराखंड और अन्य प्रदेशों में बसे प्रवासी लोकपर्व इगास को मनाकर न सिर्फ अपनी संस्कृति से जुड़ रहे हैं। इगास मनाने के लिए एकत्रित हो रहे हैं बल्कि रिवर्स पलायन के लिए भी प्रेरित हो रहे हैं। इस मौके पर विभिन्न संगठनों के प्रबुद्धजनों, सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने जलते हुए चीड़ के बने भैलो के साथ ढोल-दमाऊ की थाप पर नृत्य किया और घर के बने हुए पारम्परिक व्यंजनों का वितरण किया। इस मौके पर राज्य मंत्री पंडित राजेन्द्र अंथवाल, भाजपा नेता उमेश त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जसोला, आधारशिला फाउंडेशन के सचिव हिमांशु द्विवेदी, भाजयुमो प्रदेश प्रवक्ता अमित भारद्वाज, बार एशोसिएशन के पूर्व सचिव आशुतोष देवरानी, सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत कुकरेती, मंडल महामंत्री गौरव जोशी, अभाविप जिला संयोजक अजय चाऊ, पार्षद मंजुल डबराल, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अरुण मोहन डोबरियाल, अभिषेक नेगी, रजनीश बेबनी, मंजीत नेगी, उम्मेद सिंह बिष्ट, भाजपा नेत्री श्रीमती विनीता भट्ट, सुनीता कोटनाला, जिला मंत्री मंजू जखमोला, जिला मंत्री ममता थपलियाल देवरानी, बीना रावत, पूनम खंतवाल, लता बलूनी, सिमरन बिष्ट, शीला कुकरेती, सुनीता कुकरेती, पिंकी खंतवाल, शशिबाला खंतवाल, अनीता शर्मा, रजत मेहरा, राहुल जोशी, नितिन दिवाकर, जितेन्द्र डोबरियाल, जगतराम डबराल, धर्मवीर गुसाईं, किशन गुसाईं आदि उपस्थित थे।

इगास पर की गाय की पूजा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। ग्रामीण विकास विज्ञान समिति कोटद्वार ने इगास पर्व को धूमधाम से मनाया। समिति के सदस्यों ने हल्दूखाता स्थित गौशाला में गाय की पूजा की।
कोटद्वार में इगास पर्व धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम संयोजक विनीता भट्ट ने कहा कि मान्यता है कि भगवान राम के अयोध्या लौटने की खबर पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को 11 दिन बाद मिली थी। जिस दिन उन्हें ये खबर मिली, उसी दिन उन्होंने दिवाली मनाई। इसीलिए दिवाली के 11 दिन बाद पहाड़ में इगास पर्व मनाया जाता है। इगास के साथ ही मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत होती है। लोग अपने ईष्ट देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। गौरव जोशी ने बताया कि इगास को मनाने को लेकर गढ़वाल में कई मान्यताएं जुड़ी हैं कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाने वाली दीपावली के ठीक 11 दिन बाद पहाड़ में मनाया जाता है। बुधवार को ईगास पर्व पर गौशाला में सभी गाय, बैल, बछड़ों को विभिन्न तरह के फूलों की माला पहनाकर उनकी पूजा की गई। इसके बाद उन्हें आहार दिया गया। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक विनीता भट्ट, गौरव जोशी, विमला देवी, सीमा कुकरेती, विमला देवी, पूजा कुकरेती आदि मौजूद रहे।

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