कोटद्वार में लोगों के लिए मुसीबत बना प्राधिकरण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व प्रधान पूरन चन्द्र शर्मा ने कहा कि जिला विकास प्राधिकरण लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। राज्य सरकार आय के नये संसाधन तो विकसित नहीं कर पा रही है, बल्कि प्राधिकरण के नियम अत्यन्त अव्यवहारिक बनाकर सरकार ने स्वयं के लिए राजस्व वसूली का सबसे बड़ा जरिया बना दिया है। जिला प्राधिकरण के माध्यम से लोगों को खुल्लेआम लूटा जा रहा है।
नगर निगम के झण्डीचौड़ पश्चिमी में पूर्व प्रधान पूरनचन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी अगर कोटद्वार के विधायक होते तो दिसम्बर 2017 में जिला विकास प्राधिकरण का गठन नहीं होता। जिला प्राधिकरण लोगों को लूटने के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पहले ही लोगों के आय साधन ठप पड़े हुए है। ऐसी स्थिति में प्राधिकरण द्वारा भवन स्वीकृत का असीमित शुल्क कैसे भर पायेगें। जिला विकास प्राधिकरण के जटिल नियमों के कारण आम आदमी के लिए घर बनाना असम्भव हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार लोगों के जीवन जीने के महत्वपूर्ण अधिकारों का हनन कर रही है। पूर्व प्रधान पूरन चन्द्र शर्मा ने सरकार से कोरोना महामारी के कारण भाबर के लोगों की खराब स्थिति, बेरोजगारी आदि दिक्कतों को देखते हुए प्राधिकरण को जनहित में समाप्त कर लोगों को राहत देने की मांग की है। बैठक में जगतराम, बचन सिंह गुसांई, हरदयाल सिंह, कविता देवी, गोविन्द सिंह, बलवंत सिंह, चन्द्रमणि, चन्द्रमोहन, धनवीर सिंह, दयालचन्द्र, रमेशचन्द्र आदि उपस्थित थे।