आजीविक विकास को लेकर हुई बैठक
पिथौरागढ़। दरकोट व सेविला में बैठक कर एक गांव एक उत्पाद के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान तीन क्लस्टर तथा वन धन सेंटर से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने विचार प्रकट किए। विकास खंड के सभागार में दरकोट तथा सेविला के तीन न्याय पंचायतों तथा वन धन सेंटर जैती के प्रमुख पदाधिकारियों के बीच हुई बैठक में महिलाओं ने अपने गांव की महिला स्वयं सहायता समूहों के रोजगार परक कार्यो की सफलता की जानकारी दी। जिपंस जगत मर्तोलिया ने कहा कि हर गांव की पहिचान उसके उत्पाद से होनी होगी। कहा कि एक गांव एक उत्पाद पर गंभीरता से कार्य करना होगा। इसके लिए विकास खंड कार्यालय, रीप, पशुपालन, उद्योग केन्द्र, उद्यान, षि को साथ लेकर आजीविका मिशन के लिए कार्य योजना बनाई जाएगी। दरकोट की खीमा पांगती ने महिला स्वयं सहायता समूहों से प्राप्त बजट से किए गए हस्तशिल्प निर्माण की सफलता की कहानी बताई। पैंकुती की दीपा फर्स्वाण ने तुलसी की खेती की सफल कहानी को सबके सामने रखा। विचार मंथन से तय हुआ कि एक गांव एक उत्पाद पर फोकस करते हुए बैठक की जाएगी। हर समूहों से दो महिला को बिजनेस करने के गुर सिखाए जाएंगे। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। बैठक में एनआरएलएम की राधा, शंकुतला रावत, रीप के आजीविका समन्वयक हरेंद्र पंवार, कमलेश जोशी, शिल्पा जैष्ठा, प्रेम सिंह, महिला स्वयं सहायता समूहों की ग्राम संगठन की अध्यक्ष दीपा, कमला देवी, चंपा पांगती मौजूद रहे।