लोकसभा अध्यक्ष बोले, कोरोना संकट के बीच संसद ने दिखाया एक अहम रास्ता
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र की आज 7वां दिन है। षि से जुड़े तीन विधेयकों पर आज संसद की अंतिम मुहर लग गई है। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में षि बिल ध्वनि मत से पास हो गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोरोना संकट मानव जाति के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। हम कोरोना के कारण असाधारण परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। जब भी राष्ट्र के समक्ष कोई समस्या उत्पन्न हुई, इस संसद ने एक रास्ता दिखाया है। ऐसी परिस्थितियों में आयोजित इस सत्र से लोगों की उम्मीदें हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं पहले दिन से यह कह रहा हूं कि आपने (सांसदों) स्वास्थ्य सुरक्षा के खतरे के मद्देनजर संसद में इतनी बड़ी संख्या में संसद में आकर एक सकारात्मक संदेश दिया है।
उच्च सदन से पास हुए षि सुधार विधेयक को लेकर मोदी सरकार के 6 मंत्री संयुक्त प्रेस कन्फ्रेंस की। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर, थावरचंद गहलोत, प्रह्लाद जोशी और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हैं। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि आज राज्यसभा में षि विधेयकों पर चर्चा के दौरान जो हुआ वो दुखद और शर्मनाक था। संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की बनती है, लेकिन विपक्ष का भी सहयोग जरूरी होता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि आम लोगों और आम किसानों के बीच गलतफहमी पैदा करके राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने की कोशिश हो रही है। ना ही एपीएमसी समाप्त हो रही है, ना ही एमएसपी समाप्त हो रहा है। किसानों की आय को दोगुनी करने के लक्ष्य को भी काफी हद तक पूरा किया गया है। राज्यसभा के उप सभापति चेयरमैन हरिवंश नारायण के साथ दुर्व्यवहार हुआ है, इसे पूरे देश ने देखा है। वे मूल्यों के प्रति विश्वास रखने वाले व्यक्ति हैं। विपक्ष के सदस्य उनके आसन पर चढ़ गए और रूल्स बुक को भी फाड़ दिया। मेरी जानकारी में संसदीय इतिहास कभी ऐसी घटना ना ही लोकसभा और ना ही राज्यसभा में हुई है। जो भी हुआ है, वह संसद की गरिमा के अनुसार नहीं हुआ है। कुछ सांसदों के द्वारा उपसभापति के साथ जैसा आचरण किया गया, उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।
इस दौरान प्रेस कन्फ्रेंस में शामिल केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जिस समय मत विभाजन की बात हो रही थी, उस वक्त विपक्ष के सांसद हिंसा कर रहे थे।
सांसद मनोज झा ने कहा कि इस हुकूमत में हम एक दिन कहते हैं कि आज सबसे काला दिन था, परन्तु अगले दिन पता चलता है कि बीता हुआ दिन कम काला था और ये ज्यादा काला है। आप एक ऐसा बिल लेकर आ रहे हैं जिससे पूरे देश में आंदोलन शुरू हो गया है, आप सड़क और संसद के बीच का तार तोड़ रहे हैं।
राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश के खिलाफ कांग्रेस ने अविश्घ्वास प्रस्घ्ताव लाने की बात कही है। कांग्रेस ने उप सभापति हरिवंश पर अलोकतांत्रिक व्घ्यवहार करने का आरोप लगाया है।
उपराष्ट्रपति के आवास पर उच्च स्तरीय बैठक
राज्यसभा में कृषि से विधेयकों पेश किए जाने के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ। संसद की मर्यादा उस वक्घ्त तार तार हो गई जब सदस्य वेल तक पहुंच गए और बिल की कपी भी फाड़ दी। सदस्घ्यों ने कथित धक्का मुक्की में कोविड के नियमों का भी ध्यान नहीं रखा। इस घटना के बाद राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू के आवास पर उच्च स्तरीय बैठक चल रही है। इस बैठक में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल और संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी मौजूद हैं।
कांग्रेस का लोकतंत्र पर भरोसा नहीं
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि राज्यसभा में चर्चा ठीक हो रही थी, बिल बहुमत से पास होने वाले थे। जब कांग्रेस को लगा कि वो बहुमत में नहीं है तो वो गुंडागर्दी पर उतर आए। आज कांग्रेस ने आपातकाल के बाद फिर एक बार ये सिद्घ कर दिया कि इस कांग्रेस का लोकतंत्र और प्रजातंत्र पर भरोसा नहीं है।
राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू हो गई है। षि बिल को लेकर विपक्षी सांसद सदन के वेल में नारे लगा रहे हैं। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने उन्हें अपनी सीटों पर लौटने के लिए कहा। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि सरकार ने संसद का हर नियम को तोड़ दिया है।
राज्यसभा में षि बिल पर जोरदार हंगामा हो रहा है। टीएमसी सांसद डेरेक ओश् ब्रायन और सदन के अन्य सदस्यों ने षि बिलों पर चर्चा के दौरान वेल में प्रवेश किया। इस दौरान डेरेक ओश् ब्रायन ने राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश से सामने रूल बुक को फाड़ दिया। इसके बाद राज्यसभा का कार्यवाही को स्थग्त कर दिया गया है।
राज्यसभा में कृषि बिल पर कांग्रेस के सांसद अहमद पटेल ने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष ने हमारे घोषणापत्र का अध्ययन किया और अपने बिल की तुलना करने के लिए इसमें से कुछ बिंदुओं को सामने लाएं। हमारा घोषणा पत्र एक घोड़ा है और उन्होंने इसकी तुलना गधे से करने की कोशिश की है।