मिजोरम में सीएम की सीट पर सबसे कम मतदान, छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार के मंत्रियों की सीट पर क्या हुआ?
नई दिल्ली, एजेंसी। मंगलवार को देश के दो राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 20 सीटों पर, जबकि मिजोरम में सभी 40 सीटों पर वोटिंग हुई। पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में जहां 71.11 प्रतिशत लोगों ने वोट पड़े, तो मिजोरम में 77.39 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही दोनों राज्यों में उतरे 397 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। अब 3 दिसंबर को पता चलेगा कि जनता ने किसे चुना। आइये विस्तार से जानते हैं दोनों राज्यों के मतदान के आंकड़ों को…
पहले चरण में जिन 20 सीटों पर मतदान हुआ वहां पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, इस बार भानुप्रतापपुर सीट पर सबसे ज्यादा 79.1% मतदान दर्ज किया गया। इसके बाद डोंगरगढ़ सीट पर 77.4% और डोंगरगांव सीट पर 76.8% वोटिंग हुई। सबसे कम मतदान बीजापुर सीट पर दर्ज किया गया। यहां 40.98% मतदान हुआ है। इसके बाद कोंटा सीट पर 50.12% और दंतेवाड़ा सीट पर 62.55% वोटिंग हुई।
इन सीटों पर 2018 में कुल 77.23% वोटिंग हुई थी। बीजापुर सीट पर 2018 में सबसे कम 48.9% मतदान हुआ था। वहीं, सबसे ज्यादा 85.43% मतदान डोंगरगांव विधानसभा सीट पर हुआ था। पूरे राज्य की बात करें तो 2018 में छत्तीसगढ़ में कुल 76.45% मतदाताओं ने वोट डाला था।
जिन सीटों पर आज चुनाव हुए उनमें कई चर्चित सीटें भी हैं। राजनांदगांव से पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रमन सिंह मैदान में हैं। इस सीट पर 75.1% वोट डाले गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 63.18 फीसदी मतदान हुआ था। यानी, पिछली बार के मुकाबले करीब 12 फीसदी ज्यादा वोटिंग यहां हुई।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार के चार मंत्रियों की सीटों पर भी आज वोटिंग हुई। कवासी लखमा कोंटा सीट से मैदान में हैं जहां महज 50.12% वोट डाले गए। मंत्री दीपक बैज चित्रकोट से चुनाव लड़ रहे हैं और यहां 70.36% वोटिंग हुई। कवर्धा से मोहम्मद अकबर मैदान में हैं जहां यहां 72.89% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसी तरह
पिछले चुनाव में डोंंगरगांव में सबसे ज्यादा 85.43% वोट डाले गए थे। वहीं दूसरे नंबर पर खुज्जी में 84.76% और तीसरे नंबर पर खैरागढ़ में 84.51% वोटिंग हुई थी। इसी तरह दन्तेवाड़ा (रळ) में सबसे कम 60.64% मतदान हुआ था। इसके बाद कोन्टा (रळ) सीट पर 55.3% और बीजापुर (रळ) सीट पर 48.9% वोट डाले गए थे।
पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में मतदान खत्म हो चुका है। पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार राज्य में कुल 77.39% वोटिंग दर्ज की गई है। पिछली बार राज्य में कुल 80.03% वोटिंग दर्ज की गई थी।
जिन सीटों पर आज चुनाव हुए उनमें एक चर्चित सीट आइजोल पूर्व-’ है। यहां से मुख्यमंत्री जोरमथंगा मैदान में हैं। इस सीट पर 65.97% वोट डाले गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 80.3 फीसदी मतदान हुआ था।
पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, इस बार सेरछिप सीट पर सबसे ज्यादा 83.73% मतदान दर्ज किया गया। इसके बाद तुइकुम सीट सीट पर 83.07% और सेर्लुइ सीट पर 83.03% मतदान हुआ।
इस बार सबसे कम मतदान आइजोल पूर्व-’ सीट पर दर्ज किया गया। यहां 65.97% मतदान हुआ है। इसके बाद आइजोल पूर्व-’’ सीट पर 68.77% और आइजोल उत्तर-’ सीट पर 70.51% मतदान हुआ।
पिछले चुनाव में तुइकुम सीट पर सबसे ज्यादा 87.65% मतदान दर्ज किया गया था। इसके बाद लुंगलेई उत्तर सीट पर 87.5% और आइजोल दक्षिण-ककक पर 87.28% मतदान हुआ था।
2018 में लॉन्गतलाई पूर्व सीट पर सबसे कम 75.95% वोटिंग हुई थी। इसके बाद आइजोल उत्तर-ककक सीट पर 77.38% और आइजोल उत्तर-क पर 76.5 % वोट डाले गए थे।