मत्स्य पालन की संभावनाओं को लेकर की बैठक
पिथौरागढ़। दारमा घाटी में मत्स्य पालन की संभावनाओं को लेकर बैठक हुई। जिसमें विशेषज्ञों ने दारमा,दर से नागलिंग तक मछली व्यवसाय के उपयुक्त स्थलों के बारे में बताया। दारमा घाटी में मछली पालन की संभावनाओं को लेकर बैठक हुई। जिसमें मत्स्य पालन विभाग की जूनियर साइंटिस्ट अर्चना नगन्याल ने बताया कि रेनबो ट्राउट प्रजाति की मछली का उत्पादन आसानी से किया जा सकता है। इसका व्यवसाय कर लोग आत्मनिर्भर बन सकते हैं। मछली पालन के लिए जिला,राज्य तथा केन्द्र की तीनों योजनाओं से लोगों को लाभ मिलता है। उन्होंने दारमा,दर से नागलिंग तक मछली पालन के लिए उपयुक्त जगहों के बारे में बताया। दुग्तू के मान सिंह दुग्ताल ने कहा कि गांव में तालाब की दीवारें बर्फ से खराब हो गई हैं। दिनेश चलाल,कल्याण सिंह सोनाल ने मछली पालन से जुडी जानकारी साझा की। इस दौरान कलो देवी,भवान सोनाल,जीवन मार्छाल,दीवान मार्छाल लक्ष्मण दरियाल, दिनेश चलाल,मान सिंह,धर्म दुग्ताल,मान दुग्ताल, करण दुग्ताल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।