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मोडिफाइड रेट्रो साइलेंसर को हटाने और अराजक तत्वों पर कार्रवाई की मांग की

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बागेश्वर। बुलट मोटर साइकिल के मोडिफाइड रेट्रो साइलेंसर को हटाने और अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठने लगी है। पुलिस अधीक्षक से तीव्र कानफोड़ू ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने की मांग स्थानीय लोगों ने की है। आरटीआइ कार्यकर्ता चंद्रशेखर पांडेय के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि शहर और आसपास क्षेत्रों की सड़कों पर कुछ समय से मोडिफाइड रेट्रो साइलेंसर वाली बुलेट का शोर लोगों को परेशान कर रहा है। इसके अलावा अराजक तत्वों का आतंक भी बढ़ता जा रहा है। अराजक तत्व अपनी शान, शौकत, टनशनबाजी और दिखावे के चक्कर में लोगों का जीना मुहाल कर रहे हैं। सुबह से लेकर देर रात तक कानफोड़ू साइलेंसरों का तीव्र शोर पूरे शहर में गूंजता रहता है। जबकि सिटी पेट्रोल यूनिट भी यहां तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने शुरुआत में काफी तादात में चालान किए और कार्रवाई भी की। लेकिन धीरे-धीरे ढील देने के कारण यह समस्या विकराल होती जा रही है। अराजक तत्वों में पुलिस और कानून का भय नहीं रह गया है। ट्रैफिक नियमों की भी धज्जियां उड़ रही है। उन्होंने कहा कि वाहन अधिनियम 1986 के 90, 91 और 92 सेक्शन में वाहन के मूल रूप से छेड़छाड़ करना और उस छेड़छाड़ को साइलेंसर और हॉर्न की ध्वनि को विस्तारित करने के लिए इस्तेमाल करना एक क्रिमिनल ऑफेंस है। जिसमे भारी जुर्माने से लेकर जेल तक का प्राविधान है। उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त और दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।

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