उत्तराखंड

राष्ट्र निर्माण की आधारशिला है मातृभाषा हिंदी

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नई टिहरी : गढ़वाल विश्वविद्यालय के एसआरटी परिसर बादशाही थौल में हिन्दी दिवस पखवाड़े का परिसर के प्रभारी निदेशक प्रो. एमएस नेगी, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. अर्पणा सिंह, डॉ. अमित कुमार, डॉ. हंसराज विष्ट ने शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रभारी निदेशक प्रो. नेगी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की आधार शिला मातृभाषा हिन्दी है। शनिवार को परिसर में आयोजित हिन्दी दिवस पर प्रो. पीडी सेमल्टी और प्रो. डीएस बागड़ी ने कहा कि राजभाषा हिन्दी को अपने चाल चलन एवं क्रियाकलाप में उपयोगकर बढ़ाने का काम करें। आज जहां कई छात्र-छात्राएं हिन्दी को अच्छे से समझते हैं, बोलते हैं, लेकिन इसके प्रयोग से बचते हैं। हिन्दी जहां राष्ट्र के निर्माण में सहायक है। वहीं हिन्दी सभी धर्म के व्यक्तियों को समाज में एक जुट रखने का कार्य भी करती है। विज्ञान के अध्ययन में हिन्दी की व्यावहारिक कठिनाइयां एवं उसके उपयोग के बारे में भी छात्र-छात्राओं को अपने संबोधन में अवगत कराया। इस अवसर पर हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. अर्पणा ने बताया कि दो सप्ताह तक परिसर में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए सुलेख, कविता पाठ, पोस्टर प्रतियोगिता, भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। हिन्दी पखवाड़ के समापन दिवस 27 सितंबर को विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन डा. अमित कुमार ने किया। इस मौके पर प्रो. एसके शर्मा, प्रो. सुबोध कुमार, डॉ. प्रेम बहादुर, डॉ. मनोज नौटियाल, डॉ. हेमराज, डॉ. राजेश्वरी चौधरी, कार्यालय अधीक्षक सुदामा लाल, डॉ. दिनेश नेगी, राकेश कोठारी, राकेश रमोला, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. सुमन, डॉ. सना रफी, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. हेमराज, डॉ. आराधना बधानी, डॉ. अनिल मीणा आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)

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