मशरूम उत्पादन से जुड़कर आत्मनिर्भर बने महिलाएं : नारायण राणे
केंद्रीय लघु और सूक्ष्म उद्यम मंत्री नारायण राणे ने किया परियोजना का शुभारंभ
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : केंद्रीय लघु ओर सूक्ष्म उद्यम मंत्री नारायण राणे ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं मशरूम उत्पादन से जुड़कर अपनी आर्थिकी को मजबूत बना सकती है। वर्तमान में मशरूम उत्पादन में गोवा राज्य पहले नंबर पर है। लेकिन, उत्तराखंड भी इस क्षेत्र में बेहतर तरक्की कर रहा है।
गुरुवार को ध्रुवपुर में हर घर मशरूम-हर घर रोजगार मुहिम के तहत मशरूम घरेलू उत्पाद परियोजना का शुभारंभ करते हुए नारायण राणे ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार अपना कर ही आर्थिकी को मजबूत किया जा सकता है। प्रशिक्षण एवं रोजगार कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी महिलाओं का विकास करना है। स्वरोजगार मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ा स्थान रखता है। पुरुष से ज्यादा आज महिलाएं घर से बाहर निकल कर स्वरोजगार के माध्यम से अपनी जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में सर्वाधिक नाम महिलाओं का हो रहा है। महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर घर पर ही लघु उद्योग स्थापित कर सकती हैं और मोदी सरकार का भी इस पर विशेष फोकस है। प्रशिक्षित महिलाएं ज्यादा तटस्थ होकर विकास की दिशा में आगे बढ़ती हैं। केंद्र सरकार महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर उनको विकसित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आधी आबादी अब अपनी आर्थिक उन्नति के साथ ही देश के विकास में भागीदार बन रही है। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं मशरूम की खेती कर कम लागत में दो से तीन गुना आमदनी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं खुद के साथ ही दूसरी महिलाओं को भी रोजगार दिलाकर उनके कदमों को विकास के राह पर बढ़ाने का काम कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उत्तराखंड की ब्रांड अम्बेसडर दिव्या रावत की सराहना करते हुए कहा कि महिलाओं को दिव्या से सीख लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए। कहा कि छोटी सी उम्र में दिव्या ने मशरूम की खेती कर सफलता की आदर्श मिसाल कायम की है। इस मौके पर स्वामी दर्शन भारती, पूर्व विधायक शैलेन्द्र रावत, रीमा चौहान, सुनीता चौहान, गजेंद्र चौहान, रश्मि सिंह, रेणु कोटनाला, गीता नेगी, अनिल नेगी, विपिन डोबरियाल, रंजना रावत, कृष्णा नेगी, सुनीता देवी, प्रवेन्द्र रावत समेत कई लोग मौजूद रहे