अब हाई एल्टीट्यूड इलाकों में भी दुश्मन पर रहेगी पैनी नजर, सेना में नए ‘मिनी ड्रोन’ किए गए शामिल
नई दिल्ली,एजेंसी। देश में सेना का आधुनिकीकरण करने के लिए बड़े स्तर की कोशिशे जारी हैं। इसी कवायद के तहत तकनीकि रूप से समृद्घ होने के लिए सेना ने ‘मिनी रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट सिस्टम’ हासिल किए हैं। इनकी मदद से सेना के जवानों को हाई एल्टीट्यूड वाले इलाकों की निगरानी करने में आसानी होगी। साथ ही सेना की क्षमताओं का और अधिक विकास होगा।
वहीं पिछले दिनों सेना के जवानों के लिए नई वर्दी का अनावरण किया गया। सेना दिवस के मौके पर इस वर्दी की पहली झलक देखने को मिली, साथ ही गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर भी नई वर्दी पहने जवान मार्च करते हुए दिखे। इस नई लड़ाकू वर्दी को अधिक आराम और स्थिरता प्रदान करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। नई वर्दी अमेरिकी सेना के जवानों की तरह ही डिजिटल पैटर्न पर आधारित है। साथ ही भारतीय सेना के अधिकारियों के मुताबिक बदली हुई वर्दी का पैटर्न अपनी पिछली वर्दी से अधिक बेहतर है।
भारतीय सेना का आधुनिकीकरण करने के लिए शस्त्रागार के हथियारों में भी इजाफा किया जा रहा है। पिछले दिनों भारत ने रूस सेै-400 डिदेंस सिस्टम की खरीदी की है।ै-400 एक एयर डिदेंस सिस्टम है, जो हवा के जरिए हो रहे किसी भी प्रकार के हमले को रोकने की क्षमता रखता है। यह दुश्मन देशों के मिसाइल, ड्रोन, राकेट लांचर और फाइटर जेट्स के हमलों को रोकने में कारगर है। इस डिदेंस सिस्टम को रूस के एलमाज सेंट्रल डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है। यह एयर डिदेंस सिस्टम विश्व के बेहद आधुनिक रक्षा उपकरणों में शुमार है। भारत और रूस के बीचै-400 की पांच यूनिटों के लिए साल 2018 में करीब 40 हजार करोड़ रुपए की डील हुई थी।