आदेश के बाद भी आंदोलन स्थल पर नहीं पहुंच रहे अधिकारी
बागेश्वर। जिले में इन दिनों आंदोलन का दौर तेज हो गया है। सकीड़ा के ग्रामीण कलक्ट्रेट तो लाहुरघाटी के लोग गांव में आंदोलन चला रहे हैं, जबकि जिला पंचायत के नौ सदस्य लंबे समय से आंदोलन की राह पर हैं। लाहुरघाटी विकास मंच ने कहा कि आदेश के बाद भी अधिकारी आंदोलन स्थल पर नहीं पहुंच रहे हैं। उन्हें गुमराह किया जा रहा है। लाहुरघाटी विकास मंच के आंदोलन छह दिन हो गए हैं। शुक्रवार को यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन ने 22 जुलाई को उनके मांगों से संबंधित अधिकारियों को धरनास्थल जाने के आदेश दे दिए थे, उनके पास लिखित आदेश की प्रतिलिपि भी है, लेकिन अधिकारी अभी तक नहीं पहुंचे हैं। चेतावनी दी कि यदि दो दिन के भीतर अधिकारी गांव नहीं पहुंचे तो सोमवार से क्रमिक अनशन किया जाएगा। इस मौके पर आनंद सिंह कुंवर ,नंदन सिंह दोसाद,खड़क सिंह दोसाद,पान सिंह रावत,भरत सिंह दोसाद,पवन सिंह दोसाद, मोहिनी देवी,आनुली देवी, नरूली देवी,कलवाती देवी मौजूद रहे। इधर सकीड़ा के ग्रामीणों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में जीवन लाल, किशोर कुमार, रमेश पंत आदि मौजूद रहे। इधर जिला पंचायत परिसर में जिला पंचायत के नौ सदस्यों का धरना जारी है। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार, हरीश ऐठानी, गोपा धपोला, वंदना ऐठानी, रूपा कोरंगा, इंदिरा परिहार, रेखा देवी, पूजा आर्या आदि रहे।