एक बार फिर गांव का रुख करने लगे हैं प्रवासी ग्रामीण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश के अन्य हिस्सों में रह रहे प्रवासी गांवों की ओर लौट रहे हैं। जनपद की 1174 ग्राम पंचायतों में दूसरी लहर के शुरु होने के बाद अब तक 8 हजार से अधिक प्रवासी ग्रामीण गांव लौट चुके हैं। जबकि बीते दो दिनों में ही 2500 से अधिक प्रवासी ग्रामीण गांव पहुंचे हैं।
कोरोना महामारी की पहली लहर में विगत वर्ष मार्च 2020 के बाद प्रदेश के बड़ी संख्या में प्रवासी ग्रामीण देश के विभिन्न हिस्सों से गांव वापस लौटे थे। जनपद पौड़ी में कोरोना महामारी की पहली लहर में करीब 96 हजार से अधिक प्रवासी गांव लौटे थे, लेकिन लॉकडाउन समाप्त होने के बाद इन प्रवासियों ने रोजगार की तलाश में फिर से शहरों का रुख करना शुरु कर दिया था। वहीं अब कोरोना महामारी की दूसरी लहर और देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन, प्रदेश में नगर निकाय क्षेत्रों में कोविड कफ्र्यू के बाद प्रवासी ग्रामीण एक बार फिर गांव लौटने शुरु हो गए हैं। जनपद पौड़ी में अभी तक 8 हजार से अधिक प्रवासी गांवों में लौट चुके हैं। 22 अप्रैल के बाद से प्रवासियों का गांव लौटना शुरु हुआ। जिला पंचायतराज अधिकारी एमएम खान ने बताया कि जिले की 1174 ग्राम पंचायतों में 22 अप्रैल से 5 मई तक 8 हजार 48 प्रवासी ग्रामीण गांव लौट चुके हैं। उन्होंने बताया कि विगत दो दिनों में ही 2556 प्रवासी गांवों में लौटे हैं।
828 पंचायत घर बनाए गए हैं क्वारंटीन सेंटर
पौड़ी। जनपद पौड़ी में 828 पंचायत भवनों को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। जिनमें ग्राम पंचायत प्रशासन सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर चुके हैं। डीपीआरओ एमएम खान ने बताया कि गांव लौटे प्रवासियों में सभी होम आइसोलेशन में हैं। पूरे जिले में कोट ब्लाक के राजस्व ग्राम पाबौ में मात्र एक व्यक्ति पंचायत भवन में क्वारंटीन है। खान ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर गांवों के नजदीक के विद्यालयों को भी क्वारंटीन सेंटर बनाया जाएगा।