एक और खुलासा: श्रद्घा की हड्डियों पर मिले आरी से काटने के निशान, फरेंसिक जांच में सामने आई आफताब की बर्बरता
नई दिल्ली, एजेंसी। देश को झकझोर देने वाले श्रद्घा हत्याकांड में एक और नया खुलासा हुआ है। श्रद्घा की हत्या करने के बाद आफताब ने उसके शव के टुकड़े आरी से किए थे। यह बात फरेंसिक जांच में सामने आई है। जांच में श्रद्घा की बडी पर आरी से काटने के निशान भी मिले हैं। वहीं, श्रद्घा के पिता के ब्लड सैंपल के डीएनए से टाइल्स पर मिले खून और हड्डियों के नमूने का मिलान हो गया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, जंगल से मिली हड्डियां श्रद्घा की ही हैं।
फरेंसिक टीम के सूत्रों ने दिल्ली पुलिस को मौखिक रूप से जानकारी दी है, पूरी रिपोर्ट देने में अभी कुछ दिन का वक्त लग सकता है। पुलिस को अब एफएसएल की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा के मुताबिक, श्रद्घा हत्याकांड से जुड़े मामले में डीएनए जांच से जुड़ी सीएफएसएल की रिपोर्ट नहीं मिली है, फिलहाल औपचारिक तौर पर रिपोर्ट मिलने के बाद मामले से जुड़ी सूचना दी जाएगी।
उधर, आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (28) से पलिग्राफ टेस्ट के दौरान हैरान कर देने वाली जानकारी मिली। रोहिणी एफएसएल के विशेषज्ञों के अनुसार, आफताब ने श्रद्घा की हत्या गुस्से में नहीं, बल्कि साजिश के तहत की है। साथ ही वारदात से पहले बलीवुड फिल्म दृश्यम देखी थी।
आफताब ने बताया कि उसे दृश्यम पार्ट-दो का इंतजार था। वह श्रद्घा की हत्या करने के बाद कोई कहानी बनाने की फिराक में था। उसने साजिश के तहत श्रद्घा की हत्या की। हत्या करने के बाद श्रद्घा के दोस्तों, परिजनों से लगातार बात कर ऐसे सबूत बनाता रहा, ताकि बाद में निर्दोष साबित होने में कोई परेशानी न हो। ये बातें आफताब के गुरुवार को पौने नो घंटे तक चले पलिग्राफी टेस्ट के दौरान सामने आईं।
दिल्ली पुलिस श्रद्घा व आफताब की पुरानी चौट को रिकवर करने में जुटी है। इसके लिए दक्षिण जिले की एक टीम अलग से काम रही है। आरोपी के मोबाइल व लैपटप की जांच की जा रही है। अगर पुलिस को पुरानी चौट मिल जाती है तो ये अहम सबूत साबित होगा।