कोटद्वार में लंबित मांगों के लिए सड़क पर उतरीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ती
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। लंबित समस्याओं का समाधान नहीं होने से आंगनबाड़ी कार्यकर्तिओं ने गुरूवार को सड़क पर उतरकर धरना-प्रदर्शन किया। उन्होेंने कहा कि यदि जल्द समस्याओं के निराकरण के लिए कारगर उपाय नहीं किए गए तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगें। आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों ने कई वर्षों से लंबित मांगों को लेकर तहसील परिसर में धरना देकर प्रदर्शन किया। साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गुरूवार को दुगड्डा ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्तियां ने तहसील परिसर में धरना दिया। इस मौके पर दुगड़डा ब्लॉक अध्यक्ष ऊषा गोस्वामी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्तियां विगत कई वर्षों से लंबित पड़ी मांगों को लेकर संघर्ष कर रही हैं, लेकिन सरकार द्वारा सकारात्मक आश्वासन देने के बावजूद भी अभी तक कोई निर्णय लिखित में नहीं दिया गया है। जिस कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों में आक्रोश पनप रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सरकार की विभिन्न योजनाओं को सरकारी कर्मचारी की तरह क्रियान्वित करतीं हैं। इसके बाद भी उनकी लंबित समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से कार्यकर्ती, मिनी कार्यकर्ती, सहायिका का महंगाई और न्यूनतम मजदूरी को देखते हुए 6 सौ रूपये प्रतिदिन के हिसाब से 18 हजार रूपये उचित मानदेय देने की मांग की। धरना देने वालों में ब्लॉक अध्यक्ष दुगड्डा ऊषा गोस्वामी, उपाध्यक्ष र्अंबका रावत, संपति देवी, मीना राणा, शकुंतला रावत, मीनाक्षी नैथानी, इंदू डोबरियाल, सुमन लखेड़ा, शांता रावत, माधुरी आर्य, कल्याणी, शमीमा, रिहाना, नीलम, संजू आदि शामिल थे।