पदोन्नति व स्थानान्तरण के लिए ठोस कार्य योजना बनाने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय शिक्षक संघ ने सचिव विद्यालयी शिक्षा को ज्ञापन भेजकर राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में विभिन्न संवर्गों में पदोन्नति व वर्षों से दुर्गम क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों के सुगम क्षेत्र में स्थानान्तरण करने की मांग की है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में शैक्षिक व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार को प्रतिवर्ष शिक्षकों की पदोन्नति व स्थानान्तरण के लिए ठोस कार्य योजना तैयार कर उस पर अमल किया जाना चाहिए, जिससे व्यवस्थाओं में सुधार हो सके।
जिलाध्यक्ष जयदीप रावत, जिलामंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि प्रदेश के 80 प्रतिशत विद्यालय वर्षों से प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य विहीन है। जिस कारण शिक्षण कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। साथ ही विषम परिस्थितियों में विद्यालयों के वरिष्ठतम प्रवक्ता ही शिक्षण कार्य के साथ-साथ प्रभारी प्रधानाचार्य के दायित्वों का निर्वहन कर दोहरी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे है। वह बिना आर्थिक लाभ के अतिरिक्त कार्य कर रहे है। जबकि पूर्व में प्रभारी प्रधानाचार्य को अतिरिक्त कार्य के लिए आर्थिक लाभ भी दिया जाता है। कई वर्षों से प्रदेश के विद्यालय प्रभारी प्रधानाचार्यों की देखरेख में संचालित हो रहे है। जिन पर लगातार अधिकारियों का दबाव बना रहता है। उन्होंने कहा कि ठोस स्थानान्तरण व्यवस्था न होने व कई सालों से शिक्षकों के स्थानान्तरण नहीं होने से दुर्गम में कार्यरत शिक्षक अपने को ठगा सा महसूस कर रहे है। कई ऐसे शिक्षक भी जो बीमारी है, लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।