राष्ट्र निर्माण में स्वयं सेवियों की सहभागिता अनिवार्य
स्वयं सेवियों से भारत को स्वच्छ व सुंदर बनाने में योगदान की अपील
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कोटद्वार में राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्वयं सेवियों को राष्ट्र सेवा की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सहकारिता समिति के उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह बिष्ट ने स्वयं सेवियों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि समाज में फैली हुई कुरीतियों को हम सब को मिलकर समाप्त करना होगा। तभी राष्ट्र की प्रगति संभव है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में सभी स्वयं सेवियों की सहभागिता अनिवार्य है। बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी है। उन्होंने छात्राओं को देश के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड लोक साहित्य व सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष सत्यप्रकाश थपलियाल, सहकारिता समिति के उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह बिष्ट, श्रीमती अनीता आर्य, प्रवेश चंद्र नवानी, जनार्दन प्रसाद ध्यानी, प्रभारी प्रधानाचार्या श्रीमती रेनू गौड़ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात स्वयं सेवियों ने गणेश वंदना, स्वागत गीत, लक्ष्य गीत से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। स्वयं सेवियों ने गढ़वाली, राजस्थानी, पंजाबी, हिन्दी गीतों पर नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि सत्यप्रकाश थपलियाल ने कहा कि हमें स्वयं सेवियों से अनुशासित रहकर समाज में अनुशासन के महत्व को समझना चाहिए। उन्होंने समाज में फैल रही कुरीतियों, नशामुक्ति, पॉलीथिन उन्मूलन के बारे में लोगों को जागरूक करने को कहा। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुमनलता रावत ने किया। कार्यक्रम में शिक्षिका श्रीमती रिंकी डबराल, श्रीमती विमला तड़ियाल, आराधना रावत, सुषमा नेगी, रंजना कुकरेती, निधि बुड़ाकोटी, पुष्पा रावत आदि मौजूद थे।
स्वयं सेवियों को दिलाई राष्ट्र सेवा की शपथ
कोटद्वार। आरसीडी पब्लिक स्कूल, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कोटद्वार में राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्वयं सेवियों को राष्ट्र सेवा की शपथ दिलाई गई। आरसीडी पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम अधिकारी शंकर बहादुर ने स्वयं सेवियों को राष्ट्र सेवा की शपथ दिलाई। इस मौके पर आम, लीची सहित अन्य फलदार प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया। प्रधानाचार्य सीमा ढौंडियाल ने नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए लोगों को सहयोग तथा जागरूक करने का आग्रह किया। उन्होंने समाज में फैल रही नशा जैसी कुरीतियों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें पृथ्वी को साफ रखना होगा किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलाना होगा तभी हम प्रदूषण मुक्त हो सकेगें। व्यक्तिगत सफाई के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों, जल स्रोतो की साफ-सफाई, नदी नालों की साफ-सफाई रखनी चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक सुभाष चंद्र ढौंड़ियाल, शिक्षक नीलम नेगी, अंजना रावत, कुलदीप भंडारी, राहुल जुयाल, धर्मेंद्र चौहान, निदा सैफी, गौरव सकलानी आदि मौजूद थे।