लोकल रूटों पर घटी बसों की संख्या, यात्री परेशान
-लोकल के बजाय चारधाम यात्रा में बसों को ज्यादा मुनाफा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लोकल के बजाय चारधाम यात्रा जीएमओयू को ज्यादा फायद दे रही है। ऐसे में जीएमओयू की अधिकांश बसें चारधाम यात्रा में लगी हुई हैं। लोकल रूटों पर बसों की संख्या कम होने के चलते यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह से ही जीएमओयू व रोडवेज बस अड्डे में यात्रियों की भीड़ उमड़ जाती है जो दिनभर लगी रहती है।
जीएमओयू कोटद्वार के अनुसार अब तक 250 से अधिक बसें यात्रा रूट पर रवाना हो चुकी हैं। जिससे पर्वतीय रूटों पर बसों की संख्या कम हुई है। दरअसल कोरोना की मार, डीजल व वाहनों के बीमा दरों में बढ़ोत्तरी के बीच लोकल का किराया नहीं बढ़ने से जीएमओयू कंपनी को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वर्तमान में जीएमओयू में लोकल में 150 पैसे प्रति सीट प्रति किमी के हिसाब से किराया वसूला जा रहा है। जबकि, उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में किराया 180 पैसे प्रति सीट प्रति किमी लिया जा रहा है। ऐसे में लगातार नुकसान के बाद जीएमओयू के लिए चार धाम यात्रा फायदेमंद साबित हो रही है। दरअसल, शासन की ओर से यात्रा रूट पर जाने वाले वाहनों का किराया तीस प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। ऐसे में जीएमओयू अपने अधिकांश वाहनों को यात्रा रूट पर ही भेज रहा है। वाहनों के यात्रा रूट पर जाने से लोकल रूट पर जाने वाले यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। हालांकि, जीएमओयू का कहना है कि उन्होंने मुख्य मार्गों पर सेवा लगातार जारी रखी है, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ मैदानी क्षेत्रों से पहाड़ का रुख कर रहे लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में यह सेवाएं भी नाकाफी साबित हो रही हैं।