कुम्भ क्षेत्र पौड़ी गढ़वाल में आईसीयू और वेंटीलेटर की सुविधा नहीं
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे कुंभ क्षेत्र के लगभग 10 प्रतिशत लोग लक्ष्मण झूला क्षेत्र में स्नान के लिए आते हैं। पिछले कुंभ में पौड़ी क्षेत्र में लगभग 40 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। आगामी कुंभ में भी एक शाही स्नान में पौड़ी क्षेत्र में लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाएं, सफाई व्यवस्था, ठहरने की व्यवस्था, खानपान आदि की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही क्षेत्र को सेनेटाइज करने के निर्देश दिये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी गढ़वाल ने बताया कि जनपद पौड़ी में पड़ने वाले कुम्भ क्षेत्र में आईसीयू और वेंटीलेटर की सुविधा नहीं है, क्योंकि अधिकांश जनसंख्या टिहरी और हरिद्वार में पड़ने वाले बड़े अस्पतालों पर निर्भर है।
अपर जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल ने आगामी कुम्भ मेले को लेकर शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय, पौड़ी में डिस्ट्रिक्ट मॉनिटरिंग कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की। उन्होंने कुंभ मेले के संदर्भ में संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से कुंभ मेले में जनपद क्षेत्रान्तर्गत स्वास्थ्य सुविधाओं और अस्पतालों की स्थिति, कुंभ मेले के दौरान जनपद में बढ़ने वाली भीड़-भाड़, इससे स्वास्थ्य सुविधाओं पर पड़ने वाले प्रभाव, अस्पतालों में आईसीयू, वेंटिलेटर, डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की जानकारी भी ली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मेला अधिकारी कुम्भ द्वारा पौड़ी के नीलकंठ क्षेत्र में 10 बेड का अस्थाई हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, जबकि कुंभ मेला क्षेत्र अंतर्गत 420 बेड हॉस्पिटल की सुविधा पहले से है, जिसे बढ़ाया जा रहा है, इसके लिए मेलाधिकारी कुंभ से बात चल रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि हमने 10 चिकित्सा अधिकारी, 30 फर्मासिस्ट, 43 स्टाफ नर्स तथा 43 कक्ष सेवको की मांग की गई है। अपर जिलाधिकारी पौड़ी ने कुम्भ मेला क्षेत्रान्र्तगत होटल, धर्मशाला तथा यात्री निवास स्थान की जानकारी ली, इस पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने बताया कि हमारे क्षेत्र में 153 पंजीकृत होटल, 26 अपंजीकृत होटल, 4 आश्रम तथा 21 टेंट कॉलोनी है, जिनमें कुल मिलाकर 5854 बेड की सुविधा उपलब्ध है। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. कमल कुमार, जिला आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत स्वर्गाश्रम मोहन प्रसाद गौड़ आदि उपस्थित थे।