विकासनगर। माफी की लकड़ी नहीं मिलने से गुस्साए लोगों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। लोगों ने त्यूणी स्थित वन विभाग कार्यालय पर तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया। लोगों ने करीब तीन घंटे तक कार्यालय पर ताला लगाए रखा। बाद में अफसरों के समझाने-बुझाने पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। लोगों का आरोप है कि पिछले तीन साल से उन्हें लकड़ी नहीं दी जा रही है। इससे उन्हें कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि चकराता वन प्रभाग में स्थानीय लोगों को वर्षों से निजी कार्यों के लिए माफी की लकड़ी दी जाती है, लेकिन पिछले तीन साल से लोगों को लकड़ी देना बंद कर दिया है। इस संबंध में चकराता में आयोजित कार्यक्रम में वन मंत्री सुबोध उनियाल के समक्ष भी आक्रोश व्यक्त किया जा चुका था। बावजूद इसके वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, जबकि माफी की लकड़ी नहीं मिलने से स्थानीय लोगों के निर्माण कार्य अटके हुए हैं। क्षेत्र की अधिकांश जनता गरीब तबके की है, जो निर्माण संबंधी लकड़ी का सामान बाजार से खरीदने में असमर्थ है। इसके साथ ही कई गांवों में मंदिरों का निर्माण भी लकड़ी के अभाव में रुका हुआ है। बताया कि वन विभाग के आला अधिकारियों से लेकर वन मंत्री तक माफी की लकड़ी दिए जाने की मांग की गई, लेकिन कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि अब भी उन्हें लकड़ी नहीं दी गई हो वन विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।