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मोरबी ब्रिज हादसे को लेकर पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग, प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मिलने पर दिया जोर

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गांधीनगर, एजेंसी। मोरबी केबल ब्रिज हादसे से पूरे देश में शोक की लहर है। पुल टूटने से कुल 132 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं इस हादसे के चलते सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने आज गुजरात के गांधीनगर में इस हादसे की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पीएम मोदी को मोरबी में हुई दुर्घटना के बाद से जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही इस बैठक में केबल ब्रिज हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। बैठक में पीएम मोदी ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मिले।
इस उच्च स्तरीय बैठक में सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। बता दें कि केबल ब्रिज ढहने के बाद 132 लोगों की मौत हो गई। वहीं 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवड़िया पहुंचे थे। सोमवार को उन्होंने श्लौह पुरुषश् को पुष्पांजलि दी। साथ ही वह संबोधन के दौरान मोरबी पुल हादसे को लेकर भावुक हो गए। उन्होंने घटना पर दुख जाहिर किया और बचाव कार्य और सरकार के प्रयासों की भी जानकारी दी थी। पीएम मोदी इस हादसे को लेकर गांधीनगर में हाई लेवल की मीटिंग भी किए।
कल यानी 30 अक्टूबर की देर शाम मोरबी में केबल ब्रिज टूट गया। रात 9रू30 बजे तक ध्रांगधरा, जामनगर, भुज से सेना की नौ टुकड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। सेना की इन टुकड़ियों में इंजीनियरिंग टास्क फोर्स और मेडिकल डिटेचमेंट के जवान शामिल हैं। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद जवानों ने भीड़ को नियंत्रित करना शुरू किया। सेना की जवानों की सहायता से सभी घायलों को हस्पिटल में भर्ती कराया गया।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवार के लिए 4-4 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है। यह पुल करीब 100 साल पुराना बताया जा रहा है और कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत कराई गई थी। मरम्मत के बाद 5 दिन पहले ही इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया था।

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