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2047 तक इस्लामिक देश बनाने की थी तैयारी, छतों पर ईंट रखने की सलाह़.़ पीएफआई पर महाराष्ट्र एटीएस चीफ का दावा

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नई दिल्ली, एजेंसी। इस्लामी संगठन पपुलर फ्रंट अफ इंडिया को लेकर महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते प्रमुख ने हैरान करने वाला दावा किया है। दावे के मुताबिक, पीएफआई की प्लानिंग भारत को 2047 तक इस्लामिक देश बनाने की थी। इसके लिए सदस्यों से घृणा अपराध और टारगेट किलिंग को अंजाम देने के लिए उकसाने की साजिश रची जा रही थी। इसके साथ-साथ खुद की रक्षा के तरीकों को भी बताया जाता था। जिसमें छतों पर ईंटे रखने और नुकीली चीजों को रखे जाने की सलाह दी जाती थी।
महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख विनीत अग्रवाल ने गुरुवार को दावा किया कि प्रतिबंधित संगठन पपुलर फ्रंट अफ इंडिया ने अपने सदस्यों को घृणा अपराधों और लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए उकसाने की साजिश रची थी। एटीएस ने पीएफआई से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार लोगों के पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए, जिनमें से एक में संगठन के साल 2047 तक के रोडमैप का जिक्र था।
अग्रवाल ने कहा है कि पीएफआई के सदस्य खुद को सामाजिक विकास और शारीरिक शिक्षा से जुड़े व्यक्तियों के रूप में प्रस्तुत करते थे और लोगों को इकट्ठा करते थे। इसके बाद उनको उकसाने के लिए व्याख्यान दिए जाते थे। सदस्यों को अपनी छतों पर आत्मरक्षा के लिए ईंटो और धारदार वस्तुओं को रखने की सलाह भी देते थे।
अग्रवाल के अनुसार, एटीएस ने आरोपियों के पास से कुछ गैजेट भी जब्त किए हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद निरोधी एजेंसी इन गैजेट में मौजूद डेटा तक पहुंच हासिल करने की कोशिशों में जुटी है, ताकि पीएफआई की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा सके। अग्रवाल के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार पीएफआई के सदस्यों और पदाधिकारियों के बैंक खातों की जांच कर रही है और आगे चलकर उन्हें फ्रीज करेगी।
अग्रवाल ने बताया कि 28 सितंबर को प्रतिबंध की अधिसूचना जारी होने से पहले एटीएस ने महाराष्ट्र में पीएफआई के कार्यालयों और उसके पदाधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। प्रतिबंध के बाद संगठन के सदस्यों और समर्थकों के पास एकत्रित होने और प्रदर्शन करने का कोई अधिकार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र एटीएस अब तक पीएफआई के 21 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर चुकी है और मामले में जांच जारी है।

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