व्यापारियों पर व्यावसायिक कर किया जाए समाप्त
-नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने उठाई मांग
– कहा, मांग पूरी न हुई तो किया जाएगा आंदोलन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम कोटद्वार की ओर से व्यापारियों को वार्षिक व्यावसायिक कर के नोटिस दिए जा रहे हैं। जिसका विरोध शुरू हो गया है। नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने भी नगर निगम की इस कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई है और व्यावसायिक कर समाप्त करने की मांग की है।
नगर निगम की ओर से अपने क्षेत्र के अंतर्गत व्यापारियों से व्यावसायिक कर वसूला जाता है। हालांकि, नगर क्षेत्र के व्यापारियों का तर्क है कि जब कोटद्वार नगर निगम का गठन किया जा रहा था, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री, स्थानीय विधायक ने घोषणा की थी कि आगामी 10 वर्षों तक जनता के ऊपर कोई भी टैक्स नहीं लगाया जाएगा। इसी शर्त के साथ क्षेत्र की जनता ने कोटद्वार को नगर निगम बनाने का स्वागत किया था। अब कोटद्वार नगर निगम प्रशासन मुख्यमंत्री की इस घोषणा का उल्लंघन कर रहा है। मंगलवार को नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी नगर आयुक्त से मिले और इस समस्या को रखा। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के कारण व्यापार पहले ही ठंडा पड़ा हुआ है। ऐसे में बैंक लोन व उसका ब्याज, बिजली, पानी का बिल, दुकान का किराया और कर्मचारियों का वेतन निकालना तक मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद नगर निगम की ओर से टैक्स वसूली के नोटिस आने से व्यापारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस व्यावसायिक कर को समाप्त किया जाए, अन्यथा वह जन आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर मंडल के संरक्षक महेंद्र कुमार अग्रवाल, विनोद कुमार, सुनील अग्रवाल, रजनीश, राकेश अग्रवाल, आशीष कुमार आदि मौजूद रहे।