पूर्व प्रधानाचार्य हरिचरण चतुर्वेदी नहीं रहे
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सक्रिय कार्यकर्ता एवं मेहरबान सिंह कंडारी विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य 65 वर्षीय हरिचरण चतुर्वेदी का मंगलवार सुबह हृदयगति रूकने से आकस्मिक निधन हो गया है। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है। उनके निधन पर क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया। उनका अंतिम संस्कार बुधवार सुबह किया जायेगा।
65 वर्षीय हरिचरण चतुर्वेदी मानपुर में अपनी पत्नी कुसुमलता चतुर्वेदी के साथ रहते थे। समाजसेवी विनोद चन्द्र कुकरेती ने बताया कि एक-दो दिन पूर्व हरिचरण चतुर्वेदी मार्निग वॉक पर घूमने गये थे। मार्निग वॉक से लौटने के बाद उन्हें बेचैनी महसूस हुई। जिसके बाद वह राजकीय बेस अस्पताल में पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें वॉक के दौरान मास्क न पहनने की सलाह दी। साथ ही उन्हें दवाएं भी दी। मंगलवार सुबह करीब दस बजे घर पर वह नाश्ता कर रहे थे। इसी दौरान अचानक नाश्ता करते हुए टेबिल पर गिर गये। आस-पड़ोस के लोग उन्हें लेकर राजकीय बेस अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हरिचरण चतुर्वेदी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में जिला बौद्धिक प्रमुख, जिला प्रचार प्रमुख, जिला कार्यवाह आदि पदों पर रहे। वह देवभूमि विचार मंच, साहित्यांचल, नागरिक मंच, वरिष्ठ नागरिक मंच, नव वर्ष अभिनन्दन समारोह समिति सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए थे। वह अपने पीछे पत्नी और दो बेटों का परिवार छोड़ गये है। बड़ा बेटा पुनीत हल्द्वानी में रहता है। जबकि छोटा बेटा विनीत चतुर्वेदी दुबई में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।