बिग ब्रेकिंग

चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं राहुल गांधी, दिया सेना का मनोबल तोड़ने वाला बयान: जेपी नड्डा

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। भाजपा प्रमुख ने कहा कि उनके बयान की जितनी आलोचना की जाए वो कम, उनका बयान सेना के मनोबल को तोड़ने वाला है। तवांग में ताजा घटनाक्रम के बाद कांग्रेस नेता ने बयान दिया था कि अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिक भारतीय सेना के जवानों की पिटाई कर कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अपनी आधिकारिक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे रिमोट से कंट्रोल नहीं हैं और अगर विपक्षी पार्टी देश के साथ खड़ी है, तो गांधी को उनकी टिप्पणियों के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाना चाहिए, क्योंकि वो भारत को कमजोर करते हैं और अपने सशस्त्र बलों का मनोबल तोड़ते हैं।
भाटिया ने राहुल गांधी की तुलना कन्नौज के राजा जयचंद से की, जिन्हें भारतीय इतिहास में एक विश्वासघाती के रूप में पेश किया जाता है। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि उन्होंने लगातार सशस्त्र बलों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश की है, चाहे वह आतंक पर सर्जिकल स्ट्राइक हो या पाकिस्तान में आतंकी शिविर पर एयर स्ट्राइक हो या गलवान घाटी में झड़प हो।
भाजपा नेता ने कहा कि गांधी ने कथित तौर पर पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों पर सशस्त्र बलों के हमलों के सबूत मांगे। उन्होंने प्रधानमंत्री को सरेंडर मोदी कहा। भाटिया ने कहा, कांग्रेस नेता को अपने बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माफी से उनका पाप तो नहीं धुलेगा लेकिन कम से कम यह जरूर दिखाएगा कि उन्हें अपनी गलती का अहसास हो गया है।
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को जयपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि चीन युद्घ की तैयारी कर रहा है। उन्होंने सरकार पर इसे अनदेखा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है और कहा कि सरकार सो रही है और इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर चीन के नाम पर श्भय फैलानेश् का आरोप लगाया। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि क्या विपक्षी नेता का सशस्त्र बलों से भरोसा उठ गया है। राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जब चीनियों के साथ सूप पीने में व्यस्त थे, तब भारतीय सैनिक डोकलाम में चीनी जवानों से लड़ रहे थे।
ठाकुर ने कहा, इन लोगों को चीन के नाम पर डर फैलाने की आदत है। लेकिन यह 1962 का भारत नहीं है, यह 2014 का भारत है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय मंत्री आगे कहा कि यूपीए शासन के दौरान तत्कालीन सरकार ने सशस्त्र बोलं को बुलेटप्रुफ जैकेट या राफेल फाइटर जेट के साथ सशक्त नहीं किया। उन्होंने कहा, आज भारत में तीन सौ से ज्यादा रक्षा वस्तुएं बनाई जा रही हैं। भारत अब रक्षा उपकरणों का निर्यातक है, आयातक नहीं। यह आत्मनिर्भर भारत है।
कांग्रेस ने तवांग सेक्टर में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा और सवाल किया कि वह इस विषय पर संसद में चर्चा क्यों नहीं होने दे रहे और देश को भरोसे में क्यों नहीं ले रहे।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री का यह राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इस मुद्दे से जुड़े सवालों पर अपने श्मन की बातश् करें। रमेश ने अपने बयान में प्रधानमंत्री से सात सवाल पूटे और कहा, यह प्रधानमंत्री का राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इन सात सवालों पर अपने श्मन की बातश् करें। राष्ट्र जानना चाहता है।
उन्होंने सवाल किया, 20 जून, 2020 को आपने (प्रधानमंत्री) क्यों कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन द्वारा कोई घुसपैठ नहीं हुई? आपने चीन को यह अनुमति क्यों दी कि वह हमारे सैनिकों को उन हजारों किलोमीटर के क्षेत्र में जाने से रोके जहां वे मई, 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त किया करते थे?
रमेश ने यह भी पूछा, ष्आपने श्माउंटेन स्ट्राइक कोरश् बनाने को लेकर 17 जुलाई, 2013 को कैबिनेट द्वारा स्वीत की गई योजना को क्यों त्याग दिया? आपने चीनी कंपनियों को पीएम केयर फंड में अंशदान क्यों देने दिया? आपने पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकर्ड स्तर पर क्यों बढ़ने दिया?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!