राज्य आंदोलनकारियों ने स्वाति ध्यानी को दी श्रद्धांजलि

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देहरादून। चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों ने राज्य भर में रिखणीखाल की 23 वर्षीय युवती स्वाति ध्यानी की प्रसव अवस्था में चिकित्सीय लापरवाही के चलते हुई दर्दनाक मौत को लेकर सत्याग्रह किया व अनेकों स्थान पर 2 मिनट श्रद्धांजलि देकर उनकी याद में दीप जलाए। जहां धीरेंद्र प्रताप जो चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक हैं उनके नेतृत्व में दिल्ली के उत्तराखंड सदन पर सत्याग्रह किया गया और उत्तराखंड में एक पूर्णकालिक स्वास्थ्य मंत्री की नियुक्ति की मांग की गई वहीं उत्तराखंड को राष्ट्रीय हेल्थ मिशन द्वारा मिले सैकड़ों करोड़ रुपयों के व्यय की जांच की भी मांग की गई। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हरि कृष्ण भट्ट के नेतृत्व में जहां चमोली जनपद के नन्दप्रयाग मैं सत्याग्रह किया गया वही देहरादून में रायवाला में महिला प्रकोष्ठ की केंद्रीय अध्यक्ष सावित्री देवी के नेतृत्व में राज्य आंदोलनकारियों ने इस सत्याग्रह में बढ़ चढ़कर भाग लिया। चंपावत जिले के लोहाघाट में व चंपावत में भी राज्य आंदोलनकारियों के नेता नवीन मुरारी के नेतृत्व में स्वाति ध्यानी और पार्वती देवी के प्रसव अवस्था में दुखद मौत को लेकर लोग सड़कों पर उतरे और स्वास्थ्य सेवाओं को निशाना बनाया। पौडी जनपद के जयहरीखाल विकासखंड में ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी और राज्य आंदोलनकारी मनमोहन अस्वाल के नेतृत्व में लोगों ने उत्तराखंड में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को बदलने की मांग और सुधारने की मांग की। रिखणीखाल विकासखंड में राज्य आंदोलनकारी दीनबन्धु बलोदी और पूर्व प्रमुख पिंकी नेगी के नेतृत्व में आंदोलनकारियों ने स्वाति ध्यानी की दर्द नाक मौत पर धरना दिया और उसकी मौत के दोषी अधिकारियों और डॉक्टरों के विरुद्ध न्यायिक जांच की मांग की। धीरेंद्र प्रताप ने आरोप लगाया कि रिखणीखाल में इस मांग को लेकर आंदोलनरत सामाजिक कार्यकर्ता देवेश आदमी को स्थानीय ब्लाक प्रमुख ने इस मामले को उठाने को लेकर जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से देवेश आदमी को उच्च स्तरीय सुरक्षा दिलाए जाने की मांग की है और सरकार को चेतावनी दी है कि यदि स्वाति ध्यानी के निर्मम हत्या रोको सजा। ना दी गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि उधम सिंह नगर जनपद के किच्छा रुद्रपुर और खटीमा कस्बों में सत्याग्रह को परमिशन के नाम पर अस्पतालों के बाहर धरना प्रदर्शन करने से रोका गया। धीरेंद्र प्रताप ने ऐलान किया है कि अगले 2 दिन 12 और 13 जुलाई को भी राज्य आंदोलनकारी राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को निशाना बनाने के लिए और स्वाति ध्यानी और पार्वती देवी की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने के लिए अपना सत्याग्रह जारी रखेंगे। उन्होंने दिल्ली से स्वास्थ्य सहायता के नाम से आए सैकड़ों करोड़ रुपए की मुख्यमंत्री से हिसाब दिए जाने की भी मांग की है। उत्तराखंड में तत्काल एक पूर्णकालिक स्वास्थ्य मंत्री की नियुक्ति की व्यापारी सवाल उठाया।

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