राम का हुआ राज्यभिषेक, खुशी से झूमी प्रजा
शहर में रामलीला कमेटियों की ओर से किया गया राम तिलक का मंचन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: रावण दहन के बाद गुरुवार शाम शहर में राम तिलक का मंचन किया गया। इससे पूर्व बाल रामलीला कमेटी, मालवीय उद्यान रामलीला कमेटी व गढ़ श्री राम लीला कमेटी की ओर से भव्य राम झांकी निकाली गई। राम तिलक का मंचन देख दर्शक खुशी से झूम उठे। मंचन स्थल जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा।
तीनों रामलीला कमेटियों की ओर से अलग-अलग स्थानों पर भव्य राम झांकी निकाली गई। मंचन के दौरान विभीषण को लंका का राजा बनाने के बाद प्रभु श्रीराम माता सीता व भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौट आए। दशरथ नंदन के आने की खबर सुनकर पूरे राज्य में जश्न का माहौल था। राम को राजगद्दी मिलते ही तीनों लोक में खुशियां मनाई गई। देवताओं ने पुष्प वर्षा कर मंगल कामना की। रावण वध और लंका विजय के बाद राम, लक्ष्मण, सीता और बानर योद्धाओं के साथ पुष्पक विमान से अयोध्या पहुंचे। अयोध्या में राम और भरत गले मिले। इस दौरान दोनों भाइयों की आंखों से अश्रु धारा बह निकली। इसके बाद गुरु वशिष्ठ के आदेशानुसार राम को राजगद्दी सौंपी गई। राम को राज तिलक लगाकर राज्याभिषेक किया गया। राज्याभिषेक होते ही अयोध्या में खुशियां मनाई गई। राजा राम ने दरबारियों, शुभचिंतकों और याचकों को उपहार प्रदान किया। इस मौके पर विनय भाटिया, ज्ञान सिंह, आशा राम, मनोज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।