राष्ट्रीय शिक्षा नीति: निशंक ने कहा- समग्र शिक्षा में अब शामिल होगा प्री-प्राइमरी भी, अनलाइन होगी पढ़ाई
नई दिल्ली, एजेंसी। स्कूली शिक्षा को एक सूत्र में समेटने वाली समग्र शिक्षा में नए शैक्षणिक सत्र से प्री-प्राइमरी भी जुड़ जाएगा। स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल में जुटे शिक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर तैयारी तेज कर दी है। नीति में प्री-प्राइमरी को स्कूली शिक्षा से जोड़ने की बड़ी पहल की गई है। इसके साथ ही कोरोना संकट काल में स्कूलों में शुरू हुई अनलाइन पढ़ाई को समग्र शिक्षा के जरिए और मजबूती देने की भी तैयारी है। इसके लिए सभी राज्यों से कोविड़ संकट को ध्यान में रखते हुए समग्र शिक्षा के तहत प्रस्तावों को भेजने का सुझाव दिया गया है।
स्कूलों में राज्यों के साथ मिलकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल में जुटे केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को इसे लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक भी की है। जिसकी अध्यक्षता खुद केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने की। बैठक में स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल और उसके मुताबिक समग्र शिक्षा में नियमों में बदलाव को लेकर भी चर्चा हुई है। हालांकि अभी बदलावों को लेकर कोई सहमति नहीं बनी है। मंत्रालय ने इसे लेकर जल्द ही सीबीएसई, एनसीईआरटी और एनसीटीई के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने की योजना बनाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में समग्र शिक्षा में किए जाने वाले बदलावों को अंतिम रुप दिया जा सकेगा।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत वैसे भी जो बड़े बदलाव किए गए है, वह स्कूली शिक्षा में हुए है। जिसमें स्कूली शिक्षा के पूरे ढांचे को ही बदल दिया गया है। इसके तहत स्कूली शिक्षा की 10प्लस 2 वाली व्यवस्था की जगह पांच साल के फाउंडेशनल स्तर की एक नई श्रेणी तैयार की गई है। इनमें तीन साल का आंगनवाड़ी व प्री-प्राइमरी स्तर होगा और दो सालों में पहली और दूसरी की पढ़ाई शामिल होगी। इसके साथ ही तीन साल की प्राथमिक स्टेज, जिसमें तीसरी से पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई होगी। इसके बाद तीन साल की मीडिल स्टेज होगी, जिसमें छठवीं से आठवीं तक पढ़ाई कराई जाएगी। इसके बाद चार साल की सेकेंडरी स्टेज होगी, जिसमें नौवीं से बारहवीं तक पढ़ाई होगी।
शिक्षा मंत्रालय अब समग्र शिक्षा को नीति के इन्हीं प्रस्तावों के तहत गढ़ने में जुटी है। इसके साथ ही राज्यों से बच्चों को अनलाइन पढ़ाई के लिए अब ब्लाक स्तर तक टीमें गठित करने का भी सुझाव दिया है। जो स्कूलों में बच्चों की अनलाइन पढ़ाई पर पूरी नजर रखेंगे।