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आम चुनाव को देखने 23 देशों के प्रतिनिधि भारत में मौजूद

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नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) के तहत 23 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 75 प्रतिनिधि भारत के आम चुनाव को देखने के लिए दिल्ली आए हुए हैं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ रविवार को नई दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू की मौजूदगी में किया गया।
इस मैके पर कुमार ने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का चुनावी क्षेत्र में योगदान और चुनाव आयोग द्वारा किया गया कार्य विश्व में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। कुमार ने कहा कि भारतीय चुनाव क्षेत्र अद्वितीय है, क्योंकि यहां न तो चुनावी पंजीकरण अनिवार्य है और न ही मतदान अनिवार्य है। इसलिए, चुनाव आयोग के लिए यह आवश्यक है कि वह लोगों को स्वेच्छा से मतदाता सूची का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करने और फिर एक व्यवस्थित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें सहमति के अधिकार का प्रयोग करने के लिए पूरे विश्वास के साथ काम करे।भारत में चुनावी प्रक्रिया के पैमाने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में फैले दस लाख से अधिक मतदान केंद्रों पर डेढ़ करोड़ से अधिक मतदानकर्मियों द्वारा 97 करोड़ मतदाताओं का स्वागत किया जाएगा। कुमार ने कहा कि देश के मतदाताओं की विविधता को मतदान केंद्रों पर आने वाले प्रतिनिधियों द्वारा अपनी पूर्ण अभिव्यक्ति में देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत त्योहारों का देश है और उन्होंने प्रतिनिधियों को लोकतंत्र के त्योहार का प्रत्यक्ष अनुभव लेने के लिए आमंत्रित किया।
द्विपक्षीय बातचीत : आयोजन से इतर, आयोग ने कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और नेपाल के मुख्य चुनाव आयुक्तों और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी की।
इन देशों के प्रतिनिधि पहुंचे
कार्यक्रम में 23 देशों के विभिन्न चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) और संगठनों के प्रतिनिधि आए हैं। इनमें भूटान, मंगोलिया, ऑस्ट्रेलिया, मेडागास्कर, फिजी, किर्गिज़ गणराज्य, रूस, मोल्दोवा, ट्यूनीशिया, सेशेल्स, कंबोडिया, नेपाल, फिलीपींस, श्रीलंका, जिम्बाब्वे, बांग्लादेश, कजाकिस्तान, जॉर्जिया, चिली, उज्बेकिस्तान, मालदीव, पापुआ न्यू गिनी और नामीबिया शामिल हैं।

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