गांव बचाने के लिए एकजुट होने का लिया संकल्प
धूमधाम से मनाया गया प्रवासी रिखणीखाल सम्मेलन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: प्रवासी रिखणीखाल सम्मेलन धूमधाम के साथ मनाया गया। कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान प्रवासियों ने अपने गांव को बचाने का भी संकल्प लिया।
निंबूचौड़ में आयोजित कार्यक्रम का शुभारभ लैंसडौन के विधायक दिलीप सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। हमें अपनी संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा। विधायक ने कहा कि लैंसडौन की जनता ने उन्हें लगातार तीन बार विधायक बना कर क्षेत्र की सेवा करने का मौका दिया है, जिसे वे भलीभांति निर्वहन कर रहे है। उनका मुख्य उद्देश्य अपनी विधानसभा क्षेत्र का बेहतर विकास करना है। इसके लिए वह गंभीरता से कार्य भी कर रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ लोकगायिका शकुंतला बुड़ाकोटी ने ‘दैणा हुंया खोली का गणेशा…’ से किया। इसके बाद महिला कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। लोकगायक करण रावत व श्रवण भारद्वाज ने शानदार गढ़वाली लोगगीतों की प्रस्तुति दी। श्रोताओं ने तालियां बजाकर लोक गायकों का हौसला बढ़ाया। महिला मंगल दलों ने भी गढ़वाली गीतों की प्रस्तुति दी। इसके बाद समाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले विभिन्न लोगों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख मनोहर देवरानी, क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मी देवी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिनेश बलोधी, डा.ख्यात सिंह चौहान, धीरेंद्र सिंह बिष्ट, उम्मेद सिंह चौहान, भारत सिंह चौहान, मनोज रावत, ठाकुर सिंह नेगी, शोभा रावत, अमित नेगी सहित बड़ी संख्या में प्रवासी रिखणीखाल के निवासी मौजूद रहे।