कोटद्वार-पौड़ी

सिद्धबाबा के आशीर्वाद के साथ ऋतु खंडूड़ी भूषण ने शुरू की नई पारी की शुरुआत

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-कोटद्वार विधानसभा से जीत दर्ज करने के बाद ऋतु खंडूड़ी ने टेका सिद्धबली मंदिर में माथा
-कराया भंडारे का आयोजन, ऋतु बोलीं मांगी थी सिद्धबाबा से मन्नत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए कोटद्वार विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी की ऋतु खंडूड़ी भूषण ने शुक्रवार को सुबह सिद्धबली मंदिर में माथा टेका। उन्होंने सिद्धबाबा से आशीर्वाद लिया और अपनी नई पारी की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने सिद्धबाबा से मन्नत मांगी थी, जो बाबा ने पूरी की। इस मौके पर उन्होंने भंडारे का आयोजन भी कराया।
शुक्रवार सुबह ऋतु खंडूड़ी भूषण अपने समर्थकों के साथ सिद्धबली मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना के साथ सिद्धबाबा का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने भंडारे का आयोजन भी कराया और स्वयं आमजन को प्रसाद बांटा। उन्होंने कहा कि सिद्धबाबा व बड़ों के आशीर्वाद का ही फल है कि वह कोटद्वार में जनता का विश्वास जीतने में सफल हुई हैं। कहा कि कोटद्वार की जनता ने उन पर जो विश्वास जताया है, उस पर वह पूरी तरह से खरा उतरने का प्रयास करेंगी। बता दें कि यमकेश्वर विधानसभा सीट से विधायक रह चुकीं ऋतु खंडूड़ी भूषण को भाजपा ने यमकेश्वर से टिकट नहीं दिया। जिससे कई अर्थ निकाले जाने लगे थे। लेकिन अंत समय में भाजपा ने ऋतु खंडूड़ी भूषण को कोटद्वार विधानसभा सीट से टिकट देकर सभी को चौंका दिया था। शुरुआत में राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा थी कि भाजपा ने यह गलत कदम उठाया है और कोटद्वार सीट को खो दिया है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी भूषण ने इस चुनौती को स्वीकार किया और चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। उनके चुनाव प्रचार में तत्कालीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शामिल होकर जनता से उनके पक्ष में वोट की अपील की थी। जिसका नतीजा यह रहा कि जनता का ऋतु पर विश्वास बढ़ गया और उन्हें जीत दिलवाई।

ऋतु खंडूड़ी भूषण के 15 दिन सुरेंद्र सिंह नेगी के पांच साल पर पड़ गए भारी
कोटद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा ने अंतिम समय पर ऋतु खंडूड़ी भूषण को उतारा। इससे पहले खुद ऋतु खंडूड़ी भूषण को भी अनुमान नहीं था कि उन्हें कोटद्वार सीट से टिकट दिया जा रहा है। जिससे वह कोटद्वार के लिए पहले से कोई प्लान भी तैयार नहीं कर पाईं थीं। वह वोटिंग से करीब 15 दिन पहले ही कोटद्वार आईं और जनता का विश्वास जीतने का प्रयास करने लगीं। इसके उलट कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी वर्ष 2017 की हार के बाद से लगातार विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी कर रहे थे। पिछले पांच सालों से वह जनता के बीच ही थे और हर पर सक्रिय रहे। इसके बावजूद ऋतु खंडूड़ी भूषण के 15 दिन सुरेंद्र सिंह नेगी के पांच सालों पर भारी पड़ गए।

क्या पत्नी को मेयर का चुनाव लड़ाना सुरेंद्र सिंह नेगी पर पड़ा भारी
कोटद्वार विधानसभा की बात करें तो कांग्रेस की ओर से यहां राज्य गठन से लेकर आज तक सुरेंद्र सिंह नेगी ने ही विधानसभा चुनाव लड़ा है। अब जब कोटद्वार में नगर निगम अस्तित्व में आया तो मेयर के चुनाव में भी सुरेंद्र सिंह नेगी ने कांग्रेस के टिकट पर अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाया। सुरेंद्र सिंह नेगी और उनके परिवार के ही लगातार चुनाव लड़ने से भीतर खाने कुछ कांग्रेसी असंतुष्ट नजर आ रहे थे। हालांकि यह कभी खुलकर सामने नहीं आया, लेकिन चुनाव परिणाम में यह साफ झलक रहा है। पिछले चुनावों में नजर डालें तो सुरेंद्र सिंह नेगी को इस बार भी करीब-करीब उतनी ही वोट पड़ी हैं, जितनी पिछले चुनावों में पड़ती आई हैं। इससे एक बात यह भी सामने आती है कि सुरेंद्र सिंह नेगी अपना वोट बैंक नहीं बढ़ा पाए हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा की ऋतु खंडूड़ी भूषण को कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी की इन्हीं सब कमियों का लाभ मिला।

ऋतु खंडूड़ी भूषण ने रैली निकाल जताया जनता का आभार
कोटद्वार : भाजपा की ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कोटद्वार विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद शुक्रवार शाम को नगर से लेकर भाबर तक रैली निकाली और उन पर विश्वास जताने के लिए जनता का आभार जताया। इस दौरान उनके साथ उनके समर्थक भी बढ़-चढ़कर शामिल हुए। मालवीय उद्यान से शुरू हुई आभार रैली झंडाचौक, लाल बत्ती चौराहा होते हुए भाबर की ओर निकली जो तड़ियाल चौक, निंबूचौड़, दुर्गापुरी, मोटाढ़ाक होते हुए किशनपुर, झंडीचौड़ आदि स्थानों के लिए रवाना हुई।

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