कोटद्वार-पौड़ी

कोरोना के कारण रोडवेज को प्रतिदिन हो रहा लाखों का घाटा

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार।
कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के चलते यात्री न मिलने से उत्तराखण्ड परिवहन निगम के सबसे महत्वपूर्ण कोटद्वार रोडवेज डिपो को प्रतिदिन लाखों का घाटा उठाना पड़ रहा है। सरकार की ओर से कोरोना काल में रोडवेज बसों में 50 फीसदी सवारियां बैठाने का आदेश जारी किया गया है, उसमें भी रोडवेज को सवारियां नहीं मिल पा रही हैं। सूत्रों के अनुसार कोरोना के डर से पर्वतीय क्षेत्र से मैदानों को जाने वाले यात्रियों की संख्या कम हो गई है, जबकि मैदानी क्षेत्रों से लोग आ रहे हैं।
उत्तराखण्ड परिवहन निगम का कोटद्वार डिपो सबसे महत्वपूर्ण है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों यात्री प्रतिदिन बिजनौर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, जयपुर राजस्थान, चंडीगढ़, अमृतसर, हरिद्वार, देहरादून सहित अन्य शहरों को आवाजाही करते है। त्योहार और शादियों के सीजन में तो डिपो से दिल्ली के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन करना पड़ता है। सामान्य दिनों में जहां दिल्ली मार्ग पर करीब 22 बसों का संचालन डिपो से होता है तो त्योहार और शादियों के सीजन में 28 से 30 बसों का संचालन दिल्ली मार्ग पर करना पड़ता है। अपै्रल माह में कोरोना महामारी की दूसरी लहर फैलने से रोडवेज बसों में बहुत ही कम लोग यात्रा कर रहे है। जबकि सरकार ने भी रोडवेज बसों में आधी सवारी बैठाने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद रोडवेज में क्षमता से आधी सवारियां ही बैठाई जा रही हैं। इसका असर यह हुआ कि हर रोज यात्रा करने वाली सवारियों में भी काफी गिरावट हुई है, जिससे रोडवेज विभाग को होने वाले लाभ में भी कमी आई है। वर्तमान में डिपो को प्रतिदिन लाखों रूपये का घाटा हो रहा है। कोटद्वार डिपो के एआरएम टीकाराम आदित्य ने बताया किशुक्रवार को दिल्ली के लिए 12, देहरादून 3, अमृतसर, चंडीगढ़, फरीदाबाद, जयपुर के लिए एक-एक, बीरोखाल-दिल्ली, त्रिपालीसैंण-दिल्ली, पौड़ी-दिल्ली की भी एक-एक बस संचालित की गई। इसके अलावा धुमाकोट, किल्बोखाल, झंडीचौड़ रूट पर भी बस का संचालन किया गया। सवारी न मिलने से पोखड़ा और जमेली रूट पर बस संचालित नहीं की जा रही है। यात्रियों उन्होंने बताया कि वर्तमान में यात्रियों की संख्या में काफी कमी है। गत गुरूवार को डिपो से 29 बसों का संचालन किया गया। गुरूवार को डिपो की 3 लाख 37 हजार 7 सौ 62 रूपये की आय हुई है। सूत्रों के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर से पहले डिपो की प्रतिदिन आय 8 लाख रूपये से अधिक थी। जबकि वर्तमान में प्रतिदिन करीब साढ़े तीन लाख की आय हो रही है। इस तरह डिपो को प्रतिदिन 4 लाख से अधिक के राजस्व का घाटा हो रहा है।

कोटद्वार डिपो ने की 17 अनुबंधित बसें बंद
कोटद्वार।
उत्तराखण्ड परिवहन निगम के सबसे महत्वपूर्ण कोटद्वार रोडवेज डिपो ने यात्रियों की कमी के कारण 17 अनुबंधित बसों को बंद कर दिया है। अप्रैल, मई और जून माह में रोडवेज डिपो में यात्रियों को बसों में सीट के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अप्रैल, मई माह में शादियों का सीजन और जून माह में बच्चों की स्कूल की छुट्टिया होने के कारण प्रवासी लोग अपने गांव में छुट्टियां मनाते आते है। जिस कारण रोडवेज की बसें खचाखच भरी रहती है। लेकिन वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण लोग बसों में सफर करने से परहेज कर रहे है। अधिकांश लोग निजी वाहनों में ही सफर कर रहे है। जिस कारण रोडवेज की बसों में यात्रियों की कमी हुई है। इसे अलावा सरकार ने भी रोडवेज बसों में आधी सवारी बैठाने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद रोडवेज में क्षमता से आधी सवारियां ही बैठाई जा रही हैं। इसका असर यह हुआ कि हर रोज यात्रा करने वाली सवारियों में भी काफी गिरावट हुई है। कोटद्वार डिपो के एआरएम टीकाराम आदित्य ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर 17 अनुबंधित बसों को बंद कर दिया है।

निजी वाहनों में सफर करने को प्राथमिकता दे रहे यात्री
कोटद्वार।
रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों में कोरोना महामारी का डर दिखाई देने लगा है। जिसकी बदौलत सवारियों की संख्या में भी कमी आ रही है। कोरोना काल में सवारियां रोडवेज में सफर करने से परहेज करने लगी हैं। सुरक्षित रहने के लिए खुद के निजी वाहन में सफर करने को प्राथमिकता दे रही हैं। जिस कारण कई बसें काफी कम सवारियों में रूटों पर चल रही हैं।
बता दें कि मार्च 2020 में लॉकडाउन के दौरान रोडवेज बसें बंद की थी। इसके बाद आज तक पहले वाली सवारियों की स्थिति नहीं बन पाई है। हालांकि जून 2020 में रोडवेज बसें शुरू जरूर कर दी थी, लेकिन शुरूआत में काफी कम रूटों पर बसें चली और काफी कम ही सवारियां रही। लेकिन धीरे-धीरे रोडवेज बसें रूटीन से चली। इसका असर यह हुआ कि सवारियों की संख्या भी बढ़ने लगी। कोटद्वार डिपो से चलने वाली बसों में हर रोज सैकड़ों सवारियां यात्रा करने लगी थी। लेकिन अब अप्रैल माह की शुरूआत से ही कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में सवारियों की संख्या भी घटती जा रही है। प्रतिदिन यात्रा करने वाली सवारियों की संख्या करीब आधी रह गई है। कोटद्वार रोडवेज डिपो के एआरएम टीकाराम आदित्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते काफी कम सवारियां बसों में यात्रा कर रही हैं। कई रूटों पर सवारियों की संख्या में कमी आई है। हालांकि बसें निरंतर चल रही हैं, ताकि जो यात्री सफर करना चाहें उन्हें कोई दिक्कत ना हो।

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