सेमिनार में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर चर्चा की गई
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के हरमिटेज में आयोजित तीन दिवसीय सेमिनार के अंतिम दिन षि एवं पर्यावरण विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर चर्चा हुई। मुख्य वक्ता ड़ संजय कुमार झा ने फसलों पर बढ़ते आपत्तिजनक खरपतवार के प्रकोप और मशरूम उत्पादन पर प्रकाश डाला। चयनित प्रतिभागियों को प्रो. जीत राम, ड़ छत्रपाल, मुख्य अतिथि ड़ चंद्रगिरी चरेलु, ड़ संजय कुमार झा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में हंगरी से आए प्राध्यापक एवं वैज्ञानिक ड़ लास्लो राडोक्स, ड. गाबोर तारकोली और ड़ सुषना ने मेडल एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में करीब 125 प्रतिभागियों ने अपनी मौखिक प्रस्तुति दी। उत्ष्ट शोध प्रदर्शन के लिए ड़ नंदन सिंह, ड. जावेद इकबाल, ड़क कीर्ति नगरकोटी, ड़ मैत्री को सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रदर्शन, कीर्ति तनेजा, कुमारी लेपचा, कुमारी तोशिबा, रेहान को दूसरा पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में देश-विदेश से शामिल हुए करीब 18 शोधार्थी, वैज्ञानिक एवं प्राध्यापकों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। सम्मेलन का संचालन ड़ ललित तिवारी ने किया। कांफ्रेंस में ड़ वंदना नेगी, ड़ ईरा तिवारी, ड़ नवीन पांडे, दीपा राणा, निर्मला, कविता, इंद्र रौतेला, ड़ दिव्या सिंह, शहबाज, आरिफ आदि शामिल रहे।