सरोज बाला सावित्री बाई फूले फेलोसिप नेशनल अवार्ड से सम्मानित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। शैल शिल्पी विकास संगठन के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में भारत रत्न संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 65वीं पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धाजंलि दी। संगठन के सदस्यों ने बाबा साहब के विचारों व उनकी शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी कोटद्वार की ओर से श्रीमती सरोज बाला निवासी बालागंज कोटद्वार को वीरांगना सावित्री बाई फूले फेलोसिप नेशनल अवार्ड-2019 से सम्मानित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए समाजसेवी सुरेन्द्र लाल आर्य ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने संविधान निर्माण कर विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान भारत को दिया। धर्मनिरपेक्षता जिसका प्राण है। वक्ताओं ने भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विषय से सम्बन्धित जानकारी दी। संगठन के महासचिव विकास कुमार आर्य ने कहा कि देश के बहुजनों को बाबा सहाब का मात्र महिमामंडल नहीं चाहिए, बल्कि उनकी दी हुई शिक्षा पर मनन करना चाहिए। आज देश जो कुछ भी अपनी प्रतिष्ठा विश्व पटल पर बनाये हुए है वो भारत के महान संविधान और विशाल लोकतंत्र के कारण है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा, दलित समाज के हितों एवं उन्हें अधिकार दिलाने के लिए, समाज में फैली असमानता को दूर करने के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहें। उनके तीन मूल मंत्र शिक्षित बनों, संगठित रहो एवं संघर्ष करो को सभी को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रेरणा से ही आज भारत देश की सामाजिक व्यवस्था बनी है। इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष शिव कुमार, ग्राम सभा लालपुर के पूर्व प्रधान अनिल कुमार, विनीता भारती, सरोज बाला, सतेन्द्र खेतवाल, हर्ष कुमार, अरूण कोटला, शूरवीर खेतवाल, सरोज देवी, इन्द्र कुमार आदि मौजूद थे।
डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्य तिथि पर श्रद्धाजंलि सभा आयोजित की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा सिगड्डी स्थित रविदास मंदिर में बाबा साहब अम्बेडकर की प्रीतिमा के सामने पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर मुख्य अतिथि अनीजा आर्य, विभाग संगठन मंत्री पृथ्वी राणा, प्रदेश विश्वविद्यालय प्रमुख संदीप राणा, नगर विस्तारक मृदुल भट्ट, प्रकाश ने सामाजिक समरसता के रूप में एकजुट होकर रहने के लिए कहा। साथ ही छूआछूत जैसी बातों का खंडन करने एवं बेहतर समाज निर्माण में सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने देश की जनसाधारण जनता के भविष्य की जनसुविधा और मानवीय अधिकारों और देशहित के प्रति अपने कर्तव्यों को निर्वहन करने के लिए संविधान निर्माण किया। जिसे कभी भी भुला नहीं जाएगा। कार्यक्रम में जिला संयोजक अजय कुमार, नगर मंत्री नितिन दिवाकर, महावीर सिंह कंडारी, दीपिका जखमोला, सागर कंडवाल, आकाश नेगी आदि मौजूद थे।